ऊना, ज्योति स्याल:- जिला और आसपास के क्षेत्र में हुई भारी बारिश के चलते भारी नुकसान जिला और आसपास के क्षेत्र में हुई भारी बारिश के चलते भारी नुकसान जिला और आसपास के क्षेत्र में हुई भारी बारिश के चलते भारी नुकसान जिला और आसपास के क्षेत्र में हुई भारी बारिश के चलते भारी नुकसान हुआ इसी दौरान उन विधानसभा क्षेत्र के लोअर देना और भटोली के चार परिवारों के 11 सदस्य शादी समारोह में भाग लेने जाते हुए भारी बाढ़ की चपेट में आकर जीजो खाद में जान से हाथ धो बैठे जिम लोअर देना के सुरजीत कुमार उनकी पत्नी परमजीत बेटा गगन कुमार सूचित के भाई स्वरूप चंद उनकी पत्नी रविंदर कौर और बेटा नीतीश भटौली की रहने वाली सुरेंद्र को और उनकी दो बेटियां अमानत भावना और बेटा हर्षित जबकि लोअर देना के ही रहने वाले गाड़ी चालक कुलविंदर सिंह की भी जान इसी हादसे में चली गई इस हाथ से के दौरान केवल मात्र सुरजीत के बेटे दीपक कुमार को ही बचाया जा सका था इनमें से भी सुरेंद्र कौर और स्वरूप चंद के शब्दों को घटनास्थल से काफी दूर करीब तीन दिन के बाद जाकर बरामद किया जा सका
पीड़ित परिवारों के पास सातवां जताने के लिए खुद उपमुख्यमंत्री श्री मुकेश अग्निहोत्री जी पहुंचे और प्रशासनिक अधिकारी भी वहां गए लेकिन बड़े दुख के साथ यह कहना कहना पड़ रहा है कि इस अत्यंत दुखदाई घटना के 12 दिन बीत जाने के बाद सरकार के किसी प्रतिनिधि जा किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने इस पीड़ित परिवार को पूरी राहत के रूप में कोई आर्थिक सहायता नहीं थी श्रीमान जी इस हाथ से के बाद तीन परिवार ऐसे हैं जिसमें केवल एक-एक सदस्य ही जीवित बच पाया जिनमें से दो परिवारों के दो मुखिया ही इस हादसे में चले गए जबकि एक परिवार का शेष बचा सदस्य अभी शिक्षा ही ग्रहण कर रहा है श्रीमान चौथ परिवार में से जो गाड़ी का चालक इस हादसे का शिकार हुआ वही उसे परिवार का मुखिया और पलक था मुख्यमंत्री जी इस पूरी घटना के बाद इन पीड़ित परिवारों को केवल मात्र गांव वासियों एवं रिश्तेदारों की ही मदद मिल रही है जबकि आर्थिक मदद के रूप में यदि देखा जाए तो प्रदेश की सरकार और स्थानीय प्रशासन पूरी तरह से गायब नजर आ रहे हैं यह दुर्घटना इतनी बड़ी थी कि जिसमें ऊना जिला चौक में डूब गया इस दुखदाई मौके के ऊपर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर एवं हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने भी अशोक शब्द परिवारों के साथ दुख साझा किया
इस घटना में दो परिवार ऐसे हैं जिनके शेष बचे एक-एक सदस्य घटना का पता चलते ही विदेश से अपना रोजगार छोड़कर वापस घर लौटे जबकि अब उनका भी भविष्य उधर में लटकता नजर आ रहा है श्रीमान जी अब इस घटना को हुए दो हफ्ते होने को आए हैं उम्मीद करता हूं कि इस ज्ञापन के बाद आप सरकारी तंत्र को पीड़ित परिवारों की असल महीना में आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश जारी करेंगे ताकि जिंदा बचे परिवार के सदस्यों को सरकार की ओर से सहारा मिल स