Thursday, October 3, 2024
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एचआरटीसी में ई-टिकटिंग मशीन के जरिए यात्रियों से ज्यादा ऑनलाइन टिकट काटने वाले परिचालक होंगे सम्मानित: डीएम

धर्मशाला ,राकेश कुमार :-एचआरटीसी में ई-टिकटिंग मशीन के जरिए यात्रियों से ज्यादा ऑनलाइन टिकट काटने वाले परिचालक होंगे सम्मानित: डीएम

हिमाचल पथ परिवहन निगम में शुरू की गई ई-टिकटिंग मशीनों के जरिये जो बस परिचालक यात्रियों से जितना ज्यादा ऑनलाइन टिकट काटेगा उसे एचआरटीसी प्रबंध निदेशक द्वारा सम्मनित किया जाएगा यह जानाकरी देते हुए डीएम एचआरटीसी पंकज चड्ढा ने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों में अब ई-टिकटिंग मशीन के जरिये यात्रियों की टिकट काटी जा रही है जिसके चलते अब यात्री ऑनलाइन टिकट के पैसों का भुगतान कर सकता है इसके लिए निगम प्रबंधक की ओर से नई योजना बनाई गई है योजना के तहत बस परिचालक को प्रोत्साहित किया जा रहा है, जो परिचालक यात्रियों से अधिक से अधिक किराये के लिए ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करवाइए उसे हर क्वाटर में शिमला में सम्मानित किया जाएगा।डीएम पंकज चड्डा ने कहा कि एक क्वाटर में 3 परिचालकों को सम्मानित किया जा चुका है1

और अब अगले क्वाटर में जो परिचालक अच्छा कार्य करेगा उसे सम्मानित किया जाएगा डीएम ने कहा कि ई-टिकटिंग मशीनों के जरिये यात्री यूपीआई के अलावा गूगल पे, पेटीएम, फोन पे या भीम एप से भी किराये का भुगतान कर सकेंगे क्यूआर कोड स्कैन कर डिजिटल भुगतान भी कर सकेंगे एचआरटीसी के खाते में पैसा आते ही मशीन टिकट बनाकर देगी यात्री के बैंक खाते से पैसा सीधे एचआरटीसी के खाते में जमा होगा इससे खुले पैसे की समस्या भी हल हो जाएगी नई ई-टिकटिंग मशीन में किराये के भुगतान के तीन विकल्प मौजूद होंगे यात्री क्यूआर कोड स्कैनिंग, एटीएम कार्ड स्वैपिंग या नकदी देकर किराये का भुगतान कर सकेंगे निगम की वोल्वो, विद्युत चालित, एसी, नॉन एसी, सुपर फास्ट और साधारण सभी श्रेणी की बसों में यह सुविधा उपलब्ध करवाई गई है जानाकरी के मुताबिक 2010 में एचआरटीसी ने बसों में यात्रियों को मैनुअल टिकटें जारी करने के स्थान पर टिकटिंग मशीनों का प्रयोग शुरू किया था मौजूदा समय में निगम के कंडक्टर लगभग 13 साल पुरानी मशीनें इस्तेमाल कर रहे हैं जिसके चलते कंडक्टर रूट से लौटने के बाद कैश काउंटर पर पैसा जमा करते थे और इसके बाद पैसा बैंक में जमा होता है अब टिकट जारी होते ही पैसा सीधे निगम के बैंक खाते में जमा हो जाएगा निगम की बसों में सफर करने वाले यात्रियों की मानीटरिंग भी सीधे मुख्यालय से हो सकेगी।

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