दौलतपुर चौक 🙁 संजीव डोगरा ):-राजकीय उत्कृष्ट महाविद्यालय दौलतपुर चौक की एनएसएस इकाई के सात दिवसीय वार्षिक शिविर के छठे दिन एन एस एस के स्वयं सेवियों ने महाविद्यालय के प्रांगण में बी बी ए और बी सी ए डिपार्टमेंट की तरफ साफ सफाई की। झाड़ियों को काटा तथा जहां जहां क्यारियां बनाई गई थी वहां वहां चूना किया गया, साथ ही बोटेनिकल गार्डन की रेलिंग को तिरंगे के रंग में सजाया।अच्छे से साफ सफाई की। आज के मुख्य वक्ता के रूप में बी सी ए विभाग से प्रोफेसर राजकुमार ने शिरकत की। उन्होंने साइबर क्राइम क्या है, इसके प्रकार तथा इससे बचने के तरीके बताएं। उन्होंने वताया कि साइबर अपराध कई प्रकार के होते हैं जिसमें हैकर्स / धोखेबाज किस्म के अपराधी पीडितों की प्रतिष्ठा, वित्त, व्यवसाय आदि को प्रभावित करने वाले विभिन्न साधनों का उपयोग करते हैं।
समय के साथ साइबर अपराधी साइबर क्राइम करने के तरीके बदल रहे हैं। उन्होंने बताया कि आपकी सहायता करने के लिए आपको यदि कोई बैंक, बिजली निगम, टेलीफोन एक्सचेंज, आयकर या किसी भी विभाग का कर्मचारी बताकर आपसे कोई जानकारी मांगता है तो आप उसे अपनी कोई भी जानकारी ना दें उन्होंने बताया कि साइबर ठगों के निशाने पर हर वह आदमी है, जो किसी भी डिजिटल माध्यम से जुड़ा है फिर चाहे वह इंटरनेट मीडिया हो या फिर इंटरनेट बैंकिंग। बदलते वक्त के साथ साइबर ठगों ने अपने पैंतरे भी बदले हैं। साइबर ठग इंटरनेट मीडिया के जरिए लोगों के पास किसी एप्लीकेशन के माध्यम से फ्रैंड रिक्वेस्ट भेजते हैं। वह उनसे दोस्ती करके धीरे-धीरे उनके बारे में समस्त जानकारियां जुटा लेते हैं। उसके बाद शातिर उनको ठगी का शिकार बनाते हैं। वो उनकी निजी फोटो/बैंक खातों से संबंधी जानकारी भी एकत्रित कर लेते हैं और अपने जाल में फंसाकर उनके खाते में जमा पूंजी को हड़प कर लेते है इस कार्यक्रम में एन एस एस इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉ प्रियंका और प्रो राम दत्त जी ने मुख्य वक्ता का आभार व्यक्त किया।