बंगाणा,जोगिंद्र देव आर्य:-
किताबी ज्ञान के साथ-साथ छात्रों के लिए शैक्षणिक भ्रमण ज़रूरी: आर्य
आर्य स्कूल में शैक्षणिक भ्रमण संपंन,बंगाणा, १ अक्तूबर। शैक्षणिक भ्रमण विद्यार्थियों के संपूर्ण व्यक्तित्व के विकास की महत्वपूर्ण कड़ी है। इससे छात्र-छात्राओं को अपने और दूसरों के अनुभव सीखने का अच्छा अवसर मिलता है। जब विद्यार्थी शैक्षणिक भ्रमण पर जाते हंै तो वे अपनी आंखों से प्रत्यक्ष रूप में देखकर किसी भी विषय वस्तु का वर्णन करने में सक्षम हो जाते हैं। इससे भ्रम और मिथ्या की धारणा भी दूर होती है। इसी उद्देश्य को लेकर आर्य पब्लिक स्कूल बंगाणा के कक्षा नर्सरी से लेकर यूकेजी के छात्रों को ध्यूंसर महादेव मंदिर तलमेहड़ा,कक्षा पहली और दूसरी के छात्रों को नृसिंह मंदिर पिपलू, कक्षा तीसरी और चौथी के छात्रों को रायपुर के महलों, कक्षा पाँचवीं, छठी, सातवीं और आठवीं के छात्रों को डोहकेश्वर महादेव मंदिर डोहक समेत अन्य दर्शनीय स्थलों पर ले जाया गया। स्कूल के प्रबन्धक जोगिन्द्र देव आर्य ने कहा कि किताबी ज्ञान के साथ ही छात्र-छात्राओं को शैक्षणिक भ्रमण पर ले जाना बहुत जरूरी है। शिक्षण को अधिक से अधिक मनोरंजक ,आकर्षक, रूचिकर बनाने के लिए ही छात्र छात्राओं को समय-समय पर शैक्षिक भ्रमण के लिए भेजा जाता है। वहीं मैडम सपना धीमान ने शैक्षणिक भ्रमण के दौरान बच्चों को पर्यटक स्थलों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी । साथ ही छात्रों को पर्यावरण संरक्षण के लिए भी प्रेरित किया गया। बच्चों को प्रकृति का ज्ञान देने के साथ इसके संरक्षण की भी जानकारी दी गई। इस दौरान यशवीर राणा, चेतना सोनी, पूजा देवी समेत अन्य मौजूद रहे।