पंजाब न्यूज :-स्थानीय बाबा शांति गिरी लंगर हॉल दसूहा.में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान की ओर से पाँच दिवसीय श्री देवी कथा का भव्य आयोजन किया गया। श्री गुरु आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी सुश्री भद्रा भारती जी ने देवी कथा दूसरे दिन की शुरुआत एक मंत्र से की -यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः। यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः ॥ भाव- जहाँ स्त्रियों की पूजा अर्थात (सम्मान) होती है, वहाँ देवता निवास करते हैं और जहाँ स्त्रियों की पूजा नही होती, उनका सम्मान नही होता, वहाँ किए गए समस्त अच्छे कर्म भी निष्फल हो जाते हैं। स्त्री शब्द के अनेको पर्यावाची नारीत्व की इसी गरिमा को दर्शते हैं। सर्वप्रथम स्त्री शब्द को देखे । स्त्री’, स्तु धातु से ऊपन्न होता है, जिसका अर्थ है विस्तार, फैलाव । विनोबा भावे जी के अनुसार यह विस्तार प्रेम, स्नेह, ममता आदि का ही है। इसलिए उन्होंने एक स्त्री को सामाजिक माता का दर्जा दिया। विवेकानन्द जी कहते है, वो देश ही उन्नति कर सकता है यहां पर पुरुषों के बराबर ही नारी को सम्मान दिया जाता है, जिस देश में नारी का सम्मान नहीं है वो देश कभी भी उत्नति नहीं कर सकता।
साधवी जी ने आगे विचारी में कहा कि आज हम माँ के जागरण करवाते है, कंजक पूजन किया जाता है परन्तु बही देवी स्वरुपिणी कुत्या को हम घर में लाना नहीं चाहते अपितु घर में लाने से पहले ही उनका वध कर दिया जाता है। गर्भ में ही उसे मार दिया जाता है। आज हमें जागरुक होना पड़ेगा यदि हम दूसरी दृष्टि से देखे, क्या आज हमारी बेटिया सामाजिक, धार्मिक कार्य नहीं कर रही। यदि सामाजिक दृष्टि से बात करे तो झांसी की रानी, ताराबाई, किरणववी जैसे वीर वीरांगनाओं ने अपने राष्ट्र का स्वाभिमान भंग नहीं होने दिया। ऐसी ही धार्मिक आचरण करने वाली नारियां जैसे साध्वी गागर्मी, श्रुतावनी, सिद्धा ने अपने उपदेशों से लोगों की नई राह दिखाई। आज भी नारी हर क्षेत्र में पुरुषों के सामान कार्यरत है। यदि हमारी बेटियां समाज में इतना कुछ कर रही है तो हमारी सोच क्यों नहीं बदल रही। यवि माँ जगदंबा का हम वरदान लेना चाहते है तो उनक कंजको का भी सम्मान करना चाहिए। यह तब ही सम्भव है जब हम भीतर से जागरुक होगे । इस अवसर पर विशेष रूप से स्वामी शबद परमानंद महाराज, नंगली आश्रम दसूहा, हरदीप सिंह कृष्णा ऑप्टिकल्स, राज कुमार और रजनी कौशल पूर्व पार्षद,सरवन सिंह जी कारगिल युद्ध के नायक,रजनी माता कीर्तन मंडली ऊंची बसी, राजू महाजन भाजपा मंडल उपाध्यक, मुकेश कुमार पुरी जी चेयरमैन प्रतिज्ञा एक नई सोच तलवाड़ा और योगेश कुमार जी और सदस्य.विनोद हंस जी जिला.प्रधान सामाजिक समरसता व भारी संख्या में श्रद्धालू मौजूद रहे lप्रभु पिपासुओं ने श्री देवी कथामृत के इस महान यज्ञ में पहुँचकर अपने जीवन को कृतार्थ किया।