पंजाब खबर :-दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा लक्ष्मी नारायण मंदिर तलवाडा में तीन दिवसीय भगवान शिव कथा का आयोयन किया गया जिसमें भगवान शिव कथा करते हुए संस्थान के संचालक एवं संस्थापक श्री आशुतोष महाराज जी की परम शिष्या साध्वी सुश्री सौम्या भारती जी ने प्रभु की पावन कथा को भक्तों के समक्ष रखा। उन्होंने बताया कि माता सती ने अपने आपको यज्ञ में भस्मीभूत कर दिया। परन्तु उससे पहले वह शिव भगवान के चरणों में प्रार्थना करती है कि अगले जन्म में वह उन्हे पति के रूप में प्राप्त हो। अगले जन्म में माता सती हिमालय राज व मैना के यहां पुत्री रूप में जन्म लेती है। उनके जन्म लेने पर सारा हिमालय नगर आनंद के सागर में डूब गया।
आगे साध्वी जी ने बताया कि पुत्री के जन्म लेने पर उनके माता-पिता की प्रसन्नता की कोई सीमा न रही। परंतु आज के परिवेश में पुत्री को जन्म लेने से पहले ही मां के गर्भ में दफना दिया है। वह कन्या जिसे भारत भूमि पर लक्ष्मी का रूप कहा जाता है और नवरात्रो में नन्ही-नन्ही कन्याओं की पूजा होती है उसी भूमि पर आज नारी को जन्म लेने का भी अधिकार नही दिया जाता। वह देश विकास कैसे करेगा। स्वामी विवेकानंद जी कहते हैं कि मेरे देश में नारी प्रार्थना के योगय है क्योंकि प्रार्थना से विश्व की एक नयी आत्मा का प्रार्दुभाव होता है। यह आत्मा ही किसी राष्ट्र की सार्थक सम्पति है। मेरे देश में स्त्रियों में उतनी साहसिकता है जितनी की पुरूषों में। सभी उन्नत राष्ट्रों ने स्त्रियों को समुचित सम्मान देकर ही अपने राष्ट्रीय गौरव को विकसित किया
है। जो देश या राष्ट्र स्त्रियों का आदर नही करते वे कभी बड़े नहीं हो पाते है और न भविष्य में कभी बड़े होंगे। हमारे देश के वर्तमान पतन का मुय कारण है कि हमने शति की इन संजीव प्रतिमाओं के प्रति आदर की भावना नहीं रखी। मनुस्मृति में मनु जी भी कहते हैं कि जहां नारी को पूजा जाता है वहां देवताओं का विकास होता है। जहां नारी का सम्मान नहीं वहां भूतों का निवास होता है। अतः अपनी धारणाओं को त्याग करो कि पुत्र ही कुल का तारक है आदि। अपनी बेटी को बेटे समान ही प्यार दें, संस्कार दें, योंकि संस्कारी संतान ही माता पिता का नाम रौशन कर सकती है।
कथा में विशेष रूप में मिक्की डोगरा( पूर्व विधायक), देसराज (डायरेक्टर सर्वहितकारी विद्या मंदिर),अंकित केसरी( यूथ प्रधान हल्का दसूहा), बोध राज ( सिटी प्रधान),मुनीश चड्डा ( पार्षद),अंकित राणा ( समाज सेवक), सुरिंदर कुमार ( सीनियर एसिटेंस बी बी एम बी) दमन( एडवोकेट), बृज मोहन गौतम( प्रीत ट्रैक्टर एजेंसी), सतीश कुमार ( आई टी इंजीनियर),लखविंदर सिंह,निशांत,नरेंद्र शाह,रविंद्र,योगेश अरोड़ा,पवन गिल( प्रिंसिपल),राहुल शर्मा,शेंकी,बलविंदर चावला,कैप्टन डेहल सिंह,मनदीप पूरी,मदन ,सरबजीत, डॉक्टर बलवीर सिंह,कश्मीर सिंह,वरिंदर कुमार,नरेंद्र कुमार, सन्नत,अमित मांडला,राज कुमार सोबटी,दलवीर सिंह, मणि महेश लंगर सेवा दल खानपुर मुकेरियां, प्रतिज्ञा एक नई सोच और भारी मात्रा में श्रद्धालगन उपस्थित थे