Saturday, October 12, 2024
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पेपर मिल मालिकों द्वारा मनमर्जी के रेट करने पर बॉक्स मैन्युफैक्चरर परेशान

बद्दी,स्वास्तिक गौतम:-

पेपर मिल मालिकों द्वारा मनमर्जी के रेट करने पर बॉक्स मैन्युफैक्चरर परेशान
उद्योग चलाना हुआ मुश्किल हेमराज चौधरी

हिमाचल प्रदेश बॉक्स मैन्युफैक्चरर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष आदित्य की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई जिसमें जनरल सेक्रेटरी विशाल गोयल, बीबीएन उद्योग संघ के अध्यक्ष हेमराज चौधरी सहित गत्ता उद्योग संघ के पदाधिकारी उपस्थित रहे। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पेपर मिल मलिक द्वारा पेपर के रेट में 30% की एक का एक वृद्धि करने पर गट्टा उद्योग बंद होने की कगार पर आ गया है। उन्होंने बताया कि गट्टा उद्योग के रा मटेरियल के दाम एकदम बढ़ने से जहां बॉक्स मैन्युफैक्चरिंग करने वाले उद्योगों को दुगने रेट पर माल मिल रहा है और आगे से रेट न बढ़ने के चलते गट्टा मैन्युफैक्चरर उद्योग बंद होने की कगार पर पहुंच चुका है। उन्होंने बताया कि इस समय प्रदेश के उद्योगों पर दोहरी मार पड़ रही है पहले ही सरकार द्वारा बिजली के दामों में बढ़ोतरी की गई है,।उन्होंने कहा कि प्रदेश के भीतर ढाई सौ से 300 गट्टा उद्योग स्थापित है।

बीबीएनमें ही ढाई सौ इकाइयां स्थापित हैं, बढ़ते हुए पेपर के दामों के चलते यह सभी इकाइयां परेशानियों से जूझ रही हैं। उद्योग के संघ के अध्यक्ष हेमराज चौधरी ने कहा कि इस समय सेब सीजन है जो रेट हमने व्यापारियों के साथ तय किए हैं हमें इस रेट पर आगे सप्लाई माल देना पड़ रहा है जिसके चलते गता उद्यमियों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। और उन्होंने कहा कि अगर नॉर्थ इंडिया में स्थापित पेपर मिल मालिक रेट में सुधार नहीं करते हैं तो इन सब का बहिष्कार करके गुजरात में स्थापित पेपर मीलों से मान लिया जाएगा।मुकेश जैन ने कहा कि बीबीएनमें स्थापित बॉक्स मैन्युफैक्चरर दाम बढ़ाने के चलते पहले ही दो दर्जन से ज्यादा उद्योग बंद हो चुके हैं, इसलिए देश की सरकार और प्रदेश की सरकार को इस और हस्तक्षेप करना चाहिए।

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