दौलतपुर चौक,संजीव डोगरा:-प्रदेश स्कूल प्रवक्ता संघ ने शिक्षकों का युक्तिकरण नई शिक्षा नीति के तहत करने की मांग की है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष लोकेंद्र सिंह नेगी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष विकास रतन ,धीरज सागर, महासचिव संजीव ठाकुर, प्रांतीय सगठन एवम प्रेस सचिव राजन शर्मा, वित्त सचिव राकेश भङवाल, मुख्य प्रेस सचिव प्रेम शर्मा, संगठन सचिव पवन, केदार रांटा ने बताया कि इस विषय को लेकर संघ का एक प्रतिनिधिमंडल हाल ही में शिक्षा मंत्री से मिला था और शिक्षा मंत्री के सामने यह मांग रखी थी कि शिक्षकों की युक्तिकरण करते समय नई शिक्षा नीति के प्रावधानों को ध्यान में रखा जाए और शिक्षा मंत्री ने इस संबंध में अपनी सहमति व्यक्त की थी।
उल्लेखनीय है कि नई शिक्षा नीति में विद्यार्थी और शिक्षक अनुपात 30:1 का प्रावधान किया गया है। लोकेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि प्रत्येक शिक्षक जितने कम छात्रों के साथ काम करता है, उतना ही वे अपने शिक्षण को विशिष्ट शिक्षण शैलियों के अनुकूल बनाने में सक्षम होते हैं। उन्होंने बताया कि युक्तिकरण के नियमों में सुधार की आवश्यकता है। वर्तमान में छात्र शिक्षक रेशो 60:1 की है, जबकि न्यू एजुकेशन पॉलिसी में विद्यार्थी तथा छात्र का अनुपात 30:1 है। अर्थात 30 छात्रों पर एक शिक्षक। शिक्षा की गुणात्मक में सुधार के लिए यह नियम बदलने अत्यंत आवश्यक हैं यदि 30 एक के अनुपात से युक्तिकरण किया जाता है तो शिक्षा के गुणवत्ता को सुधारने सहायता मिलेगी। प्रधान लोकेंद्र सिंह नेगी व प्रांतीय प्रेस व सगठन सचिव राजन शर्मा ने बताया कि जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार जल्द ही स्कूलों में शिक्षकों के युक्तिकरण आदेश जारी कर सकती है। विभाग ने इससे संबंधित फाइल सरकार को भेज दी है। प्रवक्ता संघ ने सरकार से पुनः एक बार फिर मांग की है कि युक्तिकरण की प्रक्रिया को नई शिक्षा नीति के तहत ही लागू किया जाए। जिसमें छात्र और शिक्षक अनुपात 30:1 रखा जाए। इसके साथ ही संघ ने मांग की है कि युक्तिकरण की प्रक्रिया को शैक्षणिक सत्र के मध्य में प्रारंभ न कर इस नए शैक्षणिक सत्र से लागू किया जाए। प्रधान लोकेंद्र सिंह नेगी व सगठन व प्रेस सचिव राजन शर्मा ने बताया कि शैक्षणिक सत्र के मध्य में युक्तिकरण होने से विद्यार्थियों को नुकसान उठाना पड़ेगा।