बंगाणा,जोगिंद्र देव आर्य :- बंगाणा, के भरमौत के प्राइमरी स्कूल को बंद करने की बजाए खोलने की हो नोटिफिकेशन, महिंद्र सिंह राणा उक्त स्कूल में तीन किमी की दूरी तय करके 22 बच्चे करते है शिक्षा ग्रहण बंगाणा, उपमंडल बंगाणा के प्राथमिक स्कूल भरमौत के राज्य सरकार के बंद करने की नोटिफिकेशन स्थानीय पंचायत प्रधान महिंद्र सिंह राणा ने कड़ा विरोध करते हुए राज्य सरकार को दोबारा विचार करने की सलाह दी। प्रधान महिंद्र सिंह राणा ने कहा कि मैं उक्त पंचायत का प्रधान हूं। मुझे यह ज्ञात नहीं कि किस विभाग के अधिकारी ने मेरी पंचायत के प्राइमरी स्कूल भरमौत को बंद करने का सर्वे बना दिया है। उक्त स्कूल सन 1962 में खोला गया था। आज उक्त स्कूल को खुले हुए 62 वर्ष पूरे हो चुके है। राणा ने कहा कि उक्त स्कूल में वर्तमान समय में प्राइमरी में आठ और नर्सरी में 13 कुल 21 बच्चो को शिक्षा मिल रही है। सबसे बड़ी बात यह है। कि उक्त स्कूल में तीन किमी के दायरे के बच्चे पढ़ने आते है।
महिंद्र सिंह राणा ने कहा कि दो सितंबर को जब उक्त स्कूल बंद करना था। तो मुझे स्कूल के अध्यापकों का फोन आया। और जब मैं स्कूल में गया। तो स्कूल में बच्चे अभिभावक और स्टाफ रो रहा था। बच्चो के अभिभावकों ने कहा कि तीन किमी सफर तय करके हम इस स्कूल के बच्चो को पढ़ाने के लिए छोड़ते है। अब हमें तीन किमी और यानी छः किमी का सफर तय करके बच्चो को स्कूल छोड़ना पड़ेगा। राणा ने कहा कि हम अपनी समस्या को लेकर स्थानीय विधायक विवेक शर्मा से भी मिले थे। और सारी समस्या बताई थी। स्थानीय प्रधान महिंद्र सिंह राणा ने मुख्यमंत्री सुखबिंदर सिंह सुक्खू से आग्रह किया है कि ग्राम पंचायत अरलू के भरमौत के प्राइमरी स्कूल को बंद करने के आदेशों पर दोबारा राज्य सरकार विचार करें। और उक्त स्कूल की बंद करने की नोटिफिकेशन को रद्द करें। ताकि ग्रामीणों की समस्या का हल हो। नहीं तो मजबूरन हमें सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरना पड़ेगा