Saturday, October 5, 2024
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बंगाणा महाविद्यालय में गणित, इतिहास और बॉटनी के नहीं हैं प्रोफेसर

बंगाणा,जोगिंद्र देव आर्य:- बंगाणा महाविद्यालय में गणित, इतिहास और बॉटनी के नहीं हैं प्रोफेसर, कैसे होगी पढ़ाई

महाविद्यालय में लाइब्रेरी के दोनों पद रिक्त, लड़कियों के लिए नहीं है कॉमन रूम की व्यवस्था

अटल बिहारी वाजपेयी महाविद्यालय बंगाणा में गणित, इतिहास और बॉटनी के प्रोफेसर नहीं हैं। बिना प्रोफेसर के कॉलेज के सैकड़ों विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही है। हालांकि गणित और बॉटनी के प्रोफेसर ऊना से डेपुटेशन पर सप्ताह में तीन दिन आते हैं, लेकिन कॉलेज में पिछले कई दिनों से स्थायी प्रोफेसरों की नियुक्ति नहीं हो पाई है। विद्यार्थियों का आरोप है कि इतिहास की कक्षाएं बिना प्रोफेसर के नहीं लग रही हैं, जिससे विद्यार्थी बिना पढ़ाई किए घर लौट रहे हैं।

दूसरी तरफ, कॉलेज में लाइब्रेरियन के दोनों पद रिक्त हैं। विद्यार्थियों को लाइब्रेरी से सामान्य ज्ञान और विषयों की किताबें नहीं मिल पा रही हैं। कॉलेज प्रबंधन द्वारा कॉलेज भवन में लड़कियों के लिए कॉमन रूम की व्यवस्था भी नहीं की गई है, जिससे लड़कियां पिछले कई दिनों से इधर-उधर समय बिता रही हैं।कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का आरोप है कि कॉलेज में पेयजल की व्यवस्था ठीक नहीं है। विद्यार्थियों के लिए पीने के पानी के लिए लगाए गए नलकों के नीचे हर समय कीचड़ फैला रहता है, जिससे विद्यार्थी पानी नहीं पी सकते। विद्यार्थियों का कहना है कि पीने के पानी की समस्या के विषय में कॉलेज प्रबंधन से पहले भी शिकायत की गई थी, लेकिन अभी तक समाधान नहीं हो पाया है। कॉलेज के अधिकतर वद्यार्थी
पेयजल घर से साथ लाने को मजबूर हैं।राजकीय अटल बिहारी वाजपेयी कॉलेज बंगाणा में इस समय करीब 1500 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, लेकिन प्रोफेसरों की कमी और अन्य सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं। अभिभावकों और विद्यार्थियों ने प्रदेश सरकार से आग्रह किया है कि 40 पंचायतों के विद्यार्थियों को शिक्षा उपलब्ध कराने वाले एकमात्र कॉलेज बंगाणा में प्रोफेसरों और पेयजल की व्यवस्था जल्द से जल्द की जाए।

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—इस संबंध में कॉलेज के प्राचार्य, डॉक्टर रमेश ठाकुर ने कहा कि प्रोफेसरों की कमी के बारे में प्रदेश सरकार को अवगत करवा दिया गया है। पीने के पानी की स्थिति सुधारने के लिए दो-तीन दिन में ही कामगारों को काम पर लगाया जाएगा। इसके अतिरिक्त, लड़कियों के लिए कॉमन रूम खोलने की व्यवस्था की जा रही है। कॉमन रूम के लिए फर्नीचर खरीदने की तैयारी चल रही है और अगले सप्ताह तक कॉमन रूम लड़कियों के सुपुर्द कर दिया जाएगा।

कॉलेज में शौचालय की दशा है चिंताजनक

बंगाणा कॉलेज में विद्यार्थियों के लिए बनाए गए शौचालय की दशा बहुत ही खराब है। शौचालय की सफाई का कोई प्राविधान नहीं है। विद्यार्थियों का आरोप है कि बार-बार शिकायत के बाद भी कॉलेज में बनाए गए शौचालयों को प्रयोग नहीं किया जा सकता। शौचालय की व्यवस्था को सुधारने के लिए एबीवीपी इकाई द्वारा एक सप्ताह पूर्व कॉलेज प्रबंधन को ज्ञापन भी दिया गया है।

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