बंगाणा,जोगेंद्र देव आर्य:- उपमंडल बंगाणा के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, धुंधला में वीरभूमि हिमाचल के उपमंडल बंगाणा के गांव ननबी के अमर शहीद सिपाही बृजेश कुमार की प्रतिमा का भव्य अनावरण समारोह गरिमामय वातावरण में आयोजित किया गया। इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रतिमा का अनावरण कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा ने अपने कर कमलों से किया। जैसे ही वह धुंधला स्कूल पहुंचे, शहीद बृजेश अमर रहे के नारों से पंडाल गूंज उठा। उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों ने सलामी देकर शहीद बृजेश की शहादत को नमन किया। क्षेत्र के सैनिकों को सम्मानित भी किया। अपने संबोधन में विधायक विवेक शर्मा ने कहा कि अमर शहीद बृजेश कुमार का जीवन और बलिदान हर भारतीय के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनकी वीरता और देशभक्ति ने हमें गर्व का अनुभव कराया है। उन्होंने बताया कि शहीद बृजेश कुमार का जन्म 30 दिसंबर 1985 को हुआ था। उन्होंने 26 अक्टूबर 2018 को पुंछ (जम्मू) में वीरगति को प्राप्त किया।
उनके अदम्य साहस और कर्तव्य परायणता के लिए उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। उनका जीवन देश के युवाओं को प्रेरित करता रहेगा। विवेक शर्मा ने कहा कि इस अनावरण समारोह का उद्देश्य शहीद के बलिदान को सदैव स्मरण रखना और युवाओं में देशप्रेम की भावना को प्रोत्साहित करना था। उन्होंने कहा कि शहीद बृजेश कुमार का बलिदान न केवल उनके गांव ननाबी, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है। आज हम अपने वीर शहीद की प्रतिमा का अनावरण कर रहे हैं, जिन्होंने अपनी जान की आहुति देकर इस देश की सरहदों की रक्षा की। उनका बलिदान हमें यह सिखाता है कि देश की सेवा सबसे बड़ी सेवा है। विवेक शर्मा ने आगे कहा कि शहीद बृजेश का साहस, समर्पण और निष्ठा हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनका बलिदान हमें याद दिलाता है कि हमें अपने देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में कभी पीछे नहीं हटना चाहिए। ऐसे महान शहीदों के बलिदान के कारण ही हम आज स्वतंत्र रूप से अपने घरों में रहते हैं, और हमें उनके योगदान को कभी नहीं भूलना चाहिए। उन्होंने घोषणा की कि बंगाणा में शहीद स्मारक बनाया जाएगा, ताकि आने वाली पीढ़ियां भी शहीद बृजेश के साहस और बलिदान से प्रेरणा ले सकें। शहीद बृजेश कुमार ने धुंधला स्कूल से की थी शिक्षा प्राप्त, पिता रेलवे से थे सेवानिवृत- शहीद बृजेश कुमार का जन्म गांव ननबी के एक सामान्य किसान परिवार में हुआ था। उनके पिता रेलवे पुलिस से सेवानिवृत थे। बचपन से ही वह मेहनती और साधारण व्यक्तित्व के धनी थे। बृजेश ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल धुंधला से प्राप्त की थी। शहीद बृजेश को देशभक्ति की भावना विरासत में मिली थी। स्कूली दिनों से ही वे एनसीसी (राष्ट्रीय कैडेट कोर) में सक्रिय रहे और सेना में जाने का सपना देखा। उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें भारतीय सेना में स्थान दिलाया। शहीद बृजेश के बलिदान की खबर जैसे ही गांव में पहुंची, शोक और गर्व का मिश्रित माहौल बन गया। पूरे गांव ने शहीद बृजेश को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके परिवार ने गर्व के साथ कहा, “हमारा बेटा देश की रक्षा करते हुए शहीद हुआ है।
यह हमारे परिवार के लिए गर्व की बात है।” पूर्व भाजपा सरकार के समय विधायक विवेक शर्मा ने की थी प्रतिमा लगाने की मांग-जब शहीद बृजेश ने शहादत दी थी, उस समय कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में वीरेंद्र कंवर कैबिनेट मंत्री थे और विवेक शर्मा कुटलैहड़ कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष थे। विवेक शर्मा ने उस समय धुंधला स्कूल में शहीद बृजेश का नाम देने और स्कूल परिसर में उनकी प्रतिमा लगाने की मांग की थी। हालांकि, समय को कुछ और ही मंजूर था। आज विधायक बनने के बाद विवेक शर्मा ने मुख्यमंत्री से धुंधला स्कूल में शहीद बृजेश की प्रतिमा स्थापित करने का कार्य करवाया। यह रहे उपस्थित:इस अवसर पर एसडीएम बंगाणा सोनू गोयल, तहसीलदार अमित शर्मा, थाना प्रभारी रोहित चौधरी, एसडीओ उदित ठाकुर, खंड विकास अधिकारी सुशील कुमार, कुटलैहड़ कांग्रेस अध्यक्ष राम आसरा शर्मा, जिला परिषद सदस्य सत्या देवी, देश सचिव देसराज मोदगिल, बीडीसी सदस्य जोगेंद्र देव आर्य, सुरेश कुमार, केवल कृष्ण, सुदेश शर्मा, शहीद की पत्नी श्वेता शर्मा, जसवंत सिंह के अलावा कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र के सेना से सेवानिवृत और बड़ी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।