ऊना,ज्योति स्याल
जिला ऊना के लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक सतपाल रायजादा ने कहा कि बीजेपी हिमाचल प्रदेश में माहौल दूषित करने की राजनीति न करें। सतपाल रायजादा भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं ऊना सदर के विधायक सतपाल सत्ती पर तंज कसते हुए कहा कि जिस तरह से भाजपा के विधायक जेजों खड्ड बाढ़ हादसे में मृतकों के मामले में राजनीतिक कर रहे हैं। उनसे ऐसी उम्मीद नहीं थी और इस तरह की ओशी राजनीति उनको शोभा नहीं देती है। उन्होंने कहा है कि इससे बेहतर होता अगर भाजपा के विधायक केंद्र सरकार से हिमाचल के हक दिलाने के लिए पैरवी करते। जिससे प्रदेश की जनता का भला होता ।लेकिन केंद्र सरकार हिमाचल के हितों को दबाने की राजनीति कर रही है और भाजपा के विधायक ऐसे बाढ़ हादसों के प्रभावित परिवारों के ऊपर ओच्छी राजनीति करके ध्यान बांटने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि इस तरह की जो राजनीति भाजपा ने शुरू की है। वह निंदनीय है। इससे बेहतर होता कि भाजपा के विधायक बाढ़ पीड़ित
परिवारों के लिए केंद्र से मदद दिलाते ।उन्होंने कहा है कि जेजों हादसा पंजाब के होशियारपुर में हुआ है और पंजाब सरकार से तालमेल करके इस हादसे में जिन 11 लोगों की मौत हुई है। उनका पूरे मान सम्मान के साथ देह संस्कार किया गया है और जो पीड़ित परिवार को नियमों के तहत ₹400000 देना बनता है ।वहां के उपायुक्त और अन्य अधिकारियों से भी पत्राचार किया गया है। उन्होंने कहा कि अभी इस घटना को घटित हुई 16 दिन भी नहीं हुए हैं कि भाजपा ने वहां पर पीड़ित परिवारों को सांत्वना देने की बजाय राजनीति करने पर उतर आए हैं ।उन्होंने कहा कि भाजपा के विधायक सतपाल सती केंद्र सरकार से मदद की बात करते बाढ़ प्रभावितों के लिए राहत पैकेज की बात करते और जो हक हिमाचल का बनता है।
उसको लाने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव डालने का काम करते तो इससे प्रदेश की जनता का भी भला होता। लेकिन जिस तरह से बाढ़ हादसे के मृतकों के परिवारों के ऊपर भाजपा राजनीति कर रहे है। यह ओच्छी राजनीति ज्यादा दिन तक चलने वाली नहीं है । कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर हर बात की पल-पल खबर ली है और व्यक्तिगत तौर पर जाकर भी हर तरह से सहयोग दिया गया है। लेकिन जिस तरह से भाजपा के विधायक राजनीति कर रहे हैं । वह किसी भी सूरत में शोभनीय नहीं है। इस अवसर पर उनके साथ कांग्रेस पार्टी के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे।