बिलासपुर, सुरेन्द्र जम्वाल:-बिलासपुर में धूमधाम से मनाया गया बाल्मीकि दिवस महर्षि वाल्मीकि व लव -कुश सहित बिलासपुर शहर में निकाली गई सुंदर झांकियां बाल्मीकि समाज समिति ने बिलासपुर के डियारा सेक्टर में स्थित बाल्मीकि मंदिर में किया विशेष कार्यक्रम का आयोजन इस अवसर पर सदर बिलासपुर के विधायक त्रिलोक जमावाल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर किया ध्वजारोहण इसके अलावा पूजा अर्चना कर हवन यज्ञ में डाली आहुतियां उन्होंने वाल्मीकि दिवस के अवसर पर सभी को दी शुभकामनाएं एवं बधाई l
बिलासपुर के डियारा सेक्टर में स्थित बाल्मीकि मंदिर में वाल्मीकि समाज समिति के द्वारा आयोजित किए गए वाल्मीकि मंदिर में पूजा अर्चना मुख्य अतिथि विधायक त्रिलोक जमवाल के स्वागत एवं उनके द्वारा ध्वजा रोहण, पूजा अर्चना आदि के दृश्य l बिलासपुर में बाल्मीकि दिवस धूमधाम से मनाया गया l महर्षि वाल्मीकि व लव -कुश सहित बिलासपुर शहर में सुंदर झांकियां निकाली गई l इस उपलक्ष्य पर बाल्मीकि समाज समिति ने बिलासपुर के डियारा सेक्टर में स्थित बाल्मीकि मंदिर में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया l इस अवसर पर सदर बिलासपुर के विधायक त्रिलोक जमवाल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर ध्वजारोहण किया l इसके अलावा पूजा अर्चना कर हवन यज्ञ में आहुतियां डाली l उन्होंने वाल्मीकि दिवस के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं एवं बधाई दी l
इस अवसर पर मुख्य अतिथि विधायक त्रिलोक चिमवाल ने महर्षि वाल्मीकि के जीवन पर प्रकाश ड़ालते हुए कहा -महर्षि वाल्मिकी जयंती का महत्व। रामायण के रचयिता महर्षि वाल्मिकी को अपने विद्वता और तप के कारण महर्षि की पदवी प्राप्त हुई थी। महर्षि वाल्मिकी के जन्म दिवस को ही वाल्मिकी जयंती के रूप में मनाया जाता है।उन्होंने कहा मानवता के अपने संदेशों के माध्यम से वे युगों-युगों तक हमारी सभ्यता और संस्कृति की अमूल्य धरोहर बने रहेंगे। महर्षि वाल्मीकि के विचार आज भी भारतीय समाज को प्रेरित करते हैं। महर्षि वाल्मीकि के आदर्श लाखों लोगों को प्रेरित करते हैं। महर्षि वाल्मीकि गरीब और दलितों के लिए आशा की किरण हैं। वाल्मीकि समाज समिति की ओर से विधायक त्रिलोक जमवाल व गण मान्य लोगों को टोपी शॉल व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया l इस अवसर पर भारी संख्या में स्थानीय जनता ने भाग लिया l