सिरमौर,जीडी शर्मा:-महंगाई की मार: पिछले साल के मुकाबले लहसुन बीज के दाम हुए दोगुना।जिला सिरमौर के किसानों ने लहसुन बिजाई की तैयारियां शुरू कर दी हैं। अक्तूबर से नवंबर तक प्रदेश में लहसुन की बिजाई की जाती है। इस बार लहसुन बीज की अधिक मांग से दाम भी दोगुना हो गए हैं। सब्जी मंडी में कश्मीरी लहसुन का बीज 280 से 300 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। पिछले वर्ष इसके बीज की किसानों ने 120 से 160 रुपये तक खरीद की। बढ़ते दाम के चलते एक क्विटंल बीज लगाने वाला किसान सिर्फ 50 किलो की ही खरीद कर रहा है। कई छोटे किसान तो अभी बीज खरीदने के लिए असमंजस में हैं।

सब्जी मंडी सोलन में जम्मू कश्मीर व कुल्लू से लहसुन का बीज आया है। इस बार लहसुन के अच्छे दाम मिलने के बाद बीज के दामों में भी बढ़ोतरी हुई है। सोलन, सिरमौर, कुल्लू, सहित अन्य जिलों में नवंबर से अक्तूबर माह के बीच लहसुन की बिजाई का कार्य किया जाता है। सोलन सब्जी मंडी से इन दिनों सिरमौर और सोलन के किसान मजबूरन महंगे दामों में लहसुन बीज की खरीद भी कर रहे हैं।

जिला सिरमौर में हर वर्ष लहसुन से करोड़ों रुपये का कारोबार होता है। सोलन, सिरमौर का लहसुन सोलन मंडी से देश सहित विदेश को भी सप्लाई किया जाता हैं। जिला सिरमौर के करीब 1000 हेक्टेयर भूमि पर लहसुन की पैदावार करता है इन दिनों सिरमौर के मध्यव्रती क्षेत्र मे लहसुन क़ी बिजाई तथा प्राकृतिक गोबर क़ी ढूलाई लहसुन पर क़ी जा रही है स्थानीय किसान तपेन्द्र परमार अशोक चौहान कपिल शर्मा कमल राज चौहान सुरेश चौहान, रिकू पुंडीर आदि ने बताया क़ी पहाड़ी क्षेत्रों मे पहले से ही लहसुन क़ी बोआई कर चूके है लेकिन मध्यव्रती क्षेत्रों मे लहसुन क्क बीजाई का कार्य जोरो पर चल रहा है जहाँ पर नकदी फ़सले अदरक बीन मटर आदि फसलों मे सड़न रोग लगा वही पर किसान लहसुन के बढ़ते दाम के पछतात भी किसान अपने आजीविका का साधन लहसुन क़ी खेती पर निर्भर है

किसान तपेन्द्र परमार ने बताया क़ी प्राचीन काल से एक दूसरे क़ी मदत करते आए गाँव मे मिल जुलकर ग्रामीण कार्य करते है
वाईट तपेन्द्र परमार किसान