नूरपुर,भूषण शर्मा:-
ब्लॉक नूरपुर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जसूर में खण्ड स्तरीय अंडर-19 स्कूली बच्चों की खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ समापन बच्चों को पढ़ाई व खेल के साथ अपने शारीरिक, मानसिक व बौद्विक स्तर को मजबूत करने की तरफ करना चाहिए काम–चन्द्ररेखा शर्माबच्चों को पढ़ाई व खेल के साथ अपने शारीरिक, मानसिक व बौद्विक स्तर को मजबूत करने की तरफ काम करना चाहिये! क्योंकि यही तीनो उनके आने वाले समय मे इस प्रतियोगी युग मे सफलता दिलाएंगी। यह बातें राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में जसूर में हो रही ब्लॉक नूरपुर खण्ड स्तरीय अंडर-19 स्कूली बच्चों की खेलकूद प्रतियोगिता के समापन समारोह की मुख्यातिथि रिटायर्ड सीनियर प्रिंसिपल चन्द्ररेखा शर्मा ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहीं।
मुख्यातिथि चन्द्ररेखा शर्मा ने बच्चों को सीख देते हुए कहा कि किसी भी खेल प्रतियोगिता में जीत-हार तो होनी ही होती है। जीत के एकदम बाद खुशी में जश्न मनाना भी एक सामान्य सी बात है और जीत की खुशी मनानी भी चाहिए! लेकिन जो खिलाडी हारे हैं उनको सांत्वना देना भी एक अच्छी खेलभावना का उदाहरण बच्चों को आगे जीवन में अपनाना चाहिए। मुख्यातिथि ने राजकीय सीनियर सैकण्डरी स्कूल जसूर के प्रधानचार्य अनिल कुंद्रा व उनके सहयोगियो के प्रबंधन की तारीफ करते हुए कहा कि सीमित आर्थिक व जमीनी साधनों की कमी के बावजूद 502 बच्चों का रहना,फल-फ्रूट, खाने -पीने का प्रवंधन व रात को बच्चों को सुलाने जैसी जरूरतों की चुनोती पूर्ण ब्यवस्था को सफलता पूर्वक करना वाकई काबिले तारीफ है! जिसके लिए प्रिंसिपल अनिल कुंद्रा के साथ साथ स्कूल का स्टाफ भी बधाई का हकदार है।
इससे पहले स्कूल के प्रधानाचार्य अनिल कुंद्रा ने मुख्यातिथि को स्मृतिचिन्ह भेंट कर स्वागत किया। आये हुए गणमान्य अतिथियों, बिभिन्न स्कूलों से आये हुए डी.पीज. पी.टी.आई व बच्चों के अभिभावकों को अपने संबोधन में धन्यवाद करते हुए कहा कि स्कूल में सीमित खेलग्राउंड, सीमित सरकारी आर्थिक संसाधन के बावजूद आप लोगों के सहयोग के बिना इतना बड़ा आयोजन करना सम्भव नही था। उन्होंने साइंस अध्यापक रुपेश डडवाल का विशेष रूप से धन्यबाद किया जिन्होंने पूरे चार दिन इस आयोजन में बच्चों व आए हुए अतिथियों के खान-पान की ब्यबस्था को बखूवी संभाला। विजेता बच्चों को मैडल व ट्राफियां देने से पहले राजकीय सी०.सै०.स्कूल जसूर के बच्चों ने गणेश वंदना, पहाड़ी गिद्दा, पंजाबी फॉक संगीत पर भंगड़ा जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश कर आये हुए मेहमानों का मनोरंजन किया। अंत में राष्ट्रीय गान के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम की समाप्ति की गई।