ऊना ज्योति स्याल :-निर्माणाधीन ईमारत आई विबादो के घेरे में संतोषगढ़ अजोली मुख्य मार्ग पर गोतम फिलिंग स्टेशन के पास एक निर्माणाधीन बहुमंजिला इमरात विबादो के घेरे में आ गई है, ये है मामला संतोषगढ़ अजोली मुख्य मार्ग पर गोतम फिलिंग स्टेशन के पास एक बहुमंजिला इमरात का निर्माण कार्य चला हुआ है , लेकिन इस कार्य में नया मोड़ उस बक्त आ गया जब नगर के एक जागरूक व्यक्ति दीपक वासुदेवा ने इस ईमारत के सम्बन्ध में लोक निर्माण विभाग के पास एक शिकायत दर्ज करवाई, उस शिकायत में दीपक ने बताया कि निर्माणाधीन ईमारत का निर्माण लोक निर्माण विभाग की भूमि पर किया जा रहा है,दीपक आगे बताते है जी स्थान पर निर्माण किया जा रहा है उस जगह पर विभाग द्वारा छोड़ी मुख्य मार्ग की भूमि लगभग 40 मीटर है जो कि राजस्व विभाग के दस्तावेजों में दर्ज है, इस शिकायत पर सज्ञान लेते हुए लोक निर्माण विभाग ने निर्माणाधीन इमारत के मालिक व कार्य करने वाली कम्पनी को नोटिस भेज दिया था और साफ आदेश दिए गए थे कि तुरंत प्रभाव से निर्माण कार्य बंद किया जाए, ओर पहले वह अपनी भूमि की डिमार्केशन (निशानदेही) करवाएँ और उसके बाद निर्माण कार्य चलाए,
लेकिन निर्माण करने वाली कोम्पनी व् ईमारत के मलिक को शायद ये बात मजाक लग रही है, तभी तो निर्माण कार्य अपनी गति से चला हुआ है इस विषय पर जब लोक निर्माण विभाग के एक्सिन के एस ठाकुर से बात की तो उन्होंने बताया की संतोषगढ़ के व्यक्ति दीपक वासुदेवा की शिकायत पर हमने समन्धि निर्माण कोम्पनी व् मालिक को नोटिस भेज दिया है, जिसमे साफ आदेश है कि जब तक भूमि की डिमार्केशन (निशादेही) नही होगी तब तक निर्माण कार्य पूर्णतय बंद रहेगा |
अगर निर्माण कार्य चला हुआ है तो निर्माण कंपनी व मालिक को विभाग के आदेश को नजरअंदाज करने का अंजाम भुगतना पड़ सकता है। ठाकुर ने बोला कि अभी कनिष्ठ अभियंता को भेज कर निर्माण कार्य बंद करवाया जाएगा। ताकि पहले भूमि की पहचान हो सके उधर जब इस विषय पर नगर के पटवारी शशि जिनके पास नगर का अतिरिक्त कार्यभार है उनसे बात की तो उन्होंने बताया की जिस जगह ये निर्माण कार्य चला हुआ है उस जगह पर संतोषगढ़ अजोली मुख्य मार्ग की चोडाई लगभग 40 मीटर है,और अगर लोक निर्माण विभाग की बात करें तो इस मार्ग पर नई ईमारत बनाने के लिए मार्ग से सात मीटर स्थान छोड़ कर ईमारत का निर्माण हो सकता है|
वैसे सम्बंधित स्थान से देखा जाये तो ईमारत और मार्ग के बीच की चौड़ाई 25 से 30 मीटर भी भूमि नही छोड़ी लग रही है,
विभाग के सात मीटर तो अलग बात है, बैसे कितनी जगह वहां छोड़ी गई है इस बात को तो राजस्व विभाग ही बेहतरी से बता सकता है, लेकिन लोक निर्माण विभाग द्वारा भेजे नोटिस का शायद मालिक और निर्माण कोम्पनी पर कोई असर नही है,तभी तो कार्य प्रगति पर है और शटरिंग हो रही है अगर विभाग कोई एक्शंन नही लेगा तो जल्द ही वहां लैंटर पड़ जायेगा | उसके बाद क्या होता है जे भविष्य की बात है|
जब इस विषय पर निर्माण कॉम्पनि के मालिक से बात की तो उन्होंने बताया कि हमने राजस्व विभाग को बोला है कि हमे निशानदेही दे दे ताकि हम भी पता चले कि हमने कहाँ निर्माण करना है, बाकी काम बंद नही किया जा सकता क्योंकि हमें लेबर का खर्चा पड़ता है जिसकी भरपाई काम करवाकर ही पूरी की जा सकती है।
भूमि के मालिक जो कि नंगल (पंजाब) निवासी है उससे कई वार फ़ोन के माध्यम से सम्पर्क करना चाहा, लेकिन उसने फ़ोन नही उठाया और न ही वापिस फोन किया ।