Thursday, March 20, 2025
Google search engine
Homeharipurdharसमाज सेवी विनोद कतना का हुआ निधन

समाज सेवी विनोद कतना का हुआ निधन

लम्बी बीमारी के बाद उन्होंने डीएमसी हॉस्पिटल में ली अंतिम सांस ,/होशियारपुर:-पंजाब के होशियारपुर मुख्यालय पर स्थित कमेटी बाजार गोपाल मंदिर मोहल्ला मे रहने वाले युवा समाज सेवी व कर्मठ कार्यकर्ता विनोद कतना का कल शाम डीएमसी हॉस्पिटल लुधियाना में निधन हो गया। जिस के बाद होशियारपुर के कई मोहल्ले व वार्डो मे शोक की लहर छा गई।विनोद कतना अपने पीछे एक बेटी, एक बेटा व पत्नी को छोड़ श्री चरणों मे चले गए।सूत्रों की माने तो पिछले डेढ़ साल से वो किडनी की गम्भीर बीमारी से पीड़ित थे। और तब से लेकर अंतिम सांस तक वो इस बीमारी से झुझते रहे और लड़ते रहे। बीती 10 तारीख शाम को उनकी तबियत ज़्यादा खराब हो गई। जिस कारण उन्हें आननफानन मे पहले होशियारपुर के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। लेकिन हालत में कोई सुधार होता। नही दिखाई दिया।तब ततपश्चात उन्हे लुधियाना के डीएमसी अस्पताल एमरजेंसी मे ले जाया गया। हालत बिगड़ती देखे उन्हें वेंटिलेटर स्पॉट सिस्टम पर रखा गया। लेकिन ,डॉक्टरों की लाख कोशिश के बाद भी उन्हें बचाया नही जा सका, ओर 11 तारीख दोपहर बाद उन्होने 53 वर्ष की आयु में अपने प्राण त्याग दिए और प्रभु श्री चरणों मे चलेंगे। विनोद कतना के निधन पर तमाम कतना परिवार, चड्ढा परिवार के साथ साथ राजनीतिक हस्तियों व समाज सेवी सभाओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है। कल 13 दिसम्बर को सुबह 11 बजे उनका अन्तिम संस्कार होशियारपुर हरियाणा रोड पर स्थित मोक्षधाम मे किया जाएगा।विनोद कतना कौन थे।स्वर्गीय श्री विनोद कतना प्रसिद्ध समाज सेवी व राजनीतिक जगत में अपना लोहा मनवा चुके स्वर्गीय श्री तिरलोक नाथ कतना के सबसे छोटे बेटे थे।

विनोद कतना ने अपने कैरियर की शुरुवात क्रिकेट से की थी लेकिन बड़े भाई अश्वनि कतना के विदेश जाने के बाद उन पर पारिवारिक जिम्मेदारियो का बोझ बढ़ गया। जिस कारण उन्होने क्रिकेट को अलविदा कह दिया। समय समय पर वो अपने पिता स्वर्गीय श्री तिरलोक कतना के साथ समाज सेवा,राजनीति बैठकों में जाते दिखाई देते थे । और उस के साथ साथ पिता जी के व्यवसाय में भी अपना योगदान दिया करते थे। धीरे धीरे समय बीतता गया। ओर राजनीति को छोड़ अधिकतर वो धार्मिक व सामाजिक कार्यो मे रुचि दिखाने लगे। वर्तमान में भी वो श्री कृष्ण गोपाल सभा के प्रधान थे। और पिछले 7 सालों से वो इस संस्था को निरंतर आगे बढ़ाने में कामयाब भी रहे। वही आगर इनके परिवार के सदस्यों की बात की जाए तो 9 दिसम्बर 1971 को श्रीमती तिरलोक नाथ कतना व संतोष देवी कतना के घर हुआ था इस से पहले इनके बड़े भाई अश्वनि कतना व बड़ी बहन योगिता रानी ओर नीटू रानी, का जन्म हुआ था, छोटे होने के कारण इनको सभी गोगा भाई कह कर बुलाते थे समय बीतता गया और ये बड़े हो गए, लेकिन गोगा प्रधान कर के इनकी समाज सेवी व राजनीति जगत में पहचान बनी।लेकिन कल शाम ये भी चिराग बुझ गया और पीछे छोड गया अपनी कुछ यादगार यादें,भगवान इस पुण्य आत्मा को शांति प्रदान करे व एपने श्री चरणों मे जगह दे, ओम शान्ति ॐ

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments

error: Content is protected !!