ऊना,ज्योति स्याल:-एड्स का कोई इलाज नही हैं परंन्तु इसे रोका जा सकता है: डॉ‐ रमेश रत्तू सतत् विकास के लिए युवा डिजिटल थीम पर जागरूकता रैली का आयोजन । वैश्विक बदलाव लाने के लिए युवा उस देश की सबसे बड़ी ताकत होती है: डॉ‐ रमेश रत्तू
देश का युवा उस देश के विकास का सशक्त आधार होता है: डॉ‐ रमेश रत्तू अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस पर युवाओं को एर्च. आइ. वी., एड्स महामारी व टी‐वी‐ के उपचार के प्रति किया जागरूक: डॉ‐ रमेश रत्तू जिला एड़स नियन्त्रण कार्यक्रम विंग स्वास्थ्य विभाग ऊना, सनराईज एन‐जी‐ओ‐ व सहयोग एन‐जी‐ओ लक्ष्य हस्तक्षेप परियोजना ऊना द्वारा सयुंक्त तत्वधान से हिमाचल प्रदेश राज्य एड्स नियन्त्रण समिति शिमला स्वास्थ्य विभाग हिमाचल प्रदेश सरकार के सहयोग व निर्देशानुसार अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस पखवाड़ा ;12 अगस्त से 31 अगस्त तकद्ध मनाये जाने पर दिनॉक 12 अगस्त 2024 को जागरूकता अभियान के तहत रैली व शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर लगभग 200 प्रतिभागीयों द्वारा शिविर में भाग लिया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में जिला एड्स नियन्त्रण अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग ऊना डॉ‐ रमेश रत्तू तथा रैड क्रॉस सोसाईटी जिला ऊना के पदाधिकारी ऐडवोकेट विजय डोगरा ने विशेष अतिथि के रुप में शिरकत की।
डॉ‐ रमेश रत्तू अपने सम्वोधन में कहा कि साल 1999 में संयुक्त राष्ट्र महासभा की सिफारिश के बाद पहली बार 12 अगस्त 2000 को अंतर्राष्टीय युवा दिवस मनाया गया था तब से लेकर आज तक हर साल 12 अगस्त को अंतर्राष्टीय युवा दिवस मनाया जाता है । युवा दिवस का मुख्य उद्देश्य सामाजिक , आर्थिक व राजनैतिक मुद्दों से लेकर तमाम अन्य विषयों पर युवाओं की भागीदारी और उनके विचारों पर चर्चा करना है अर्थात युवाओं के विचार भी जाने जाते है व साथ ही उनसे सलाह भी ली जाती है । हर साल अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस का विषय ध् थीम संयुक्त राष्ट्र महासभा तय करती है। इस के बाद इसी थीम को आधार बनाकर विश्व भर के अलग-अलग हिस्सों में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है इस साल का थीम है श्सतत विकास के लिए युवा डिजिटल श् । उन्हौने कहा कि वैश्विक बदलाव लाने के लिए युवा उस देश की सबसे बड़ी ताकत होती है और उदाहरण देते हुए कहा कि दुनियाभर के युवाओं ने जलवायु परिवर्तन, मानवाधिकारों के उल्लंघन और महामारी कोविड-19 इत्यादि जैसे विभिन्न मुद्दों पर परिवर्तन लाने या रोकथाम में महत्वपूर्ण योगदान दिया है । उन्होने कहा कि सनराईज एन‐जी‐ओ‐ व सहयोग एन‐जी‐ओ‐ लक्ष्य हस्तक्षेप परियोजनाओं का मुख्य उद्देश्य संवेदनशील स्थानो पर जा कर ऐसी महिलाओं व पुरूषों का पता लगाना जो कि एक से अधिक लोगों के साथ असुरक्षित यौन संबंध बनाते हैं व एक ही सुई से कई लोग अपने आप को नशे के ईन्जैकशन लगाते हो, ऐसे लोगों को ैज्प्ए भ्प्ट के बारे में जागरूक करना, स्वास्थ्य परीक्षण के लिए प्रेरित करना तथा पीड़ितों को दवाई व अन्य सहायता के लिए स्वास्थ्य विभाग से जोड़ना इत्यादि । परियोजनाओं के कर्मचारी सरकार के आदेशानुसार 12 अगस्त से लेकर 31 अगस्त तक पंचायतों में जाकर लोगो व युवाओं को एर्च. आइ. वी., एड्स महामारी व टी० बी० की रोकथाम के प्रति जागरूक करेगंे।
इस मौके पर रैड क्रॉस सोसाईटी जिला ऊना के पदाधिकारी ऐडवोकेट विजय डोगरा ने विशेष अतिथि के रुप में शिरकत की। उन्होने एच. आई. वी., एड्स व टी‐वी‐ महामारी पर बोलते हुए कहा कि जैसे आप जानते हैं कि जिला ऊना बॅार्डर ऐरिया होने के कारण उच्चतम जोखिम पर है। जिला ऊना के युवा पड़ोसी राज्यों में रोजगार हेतु वाहर जाते है जैसे कि ड्राइवर, मुनीम व अन्य पदों पर काम करने वाले। इसके साथ-साथ बहारी राज्यो से भी रोजगार हेतु काफी संख्या में प्रवासी लोग भी यहंा आते है जैसे कि ठेकेदारी, मजदूरी व ईट के भटठो पर काम करने के लिए इत्यादि । उन्होने सभी प्रतिभागीयों व आयोजकों से कहा कि इस पखवाडा के सफल के प्रथम दिवस पर हमें प्रण करना चाहिए कि इस महामारी की रोकथाम के लिए हर संम्भव प्रयास करना चहिए। जिससे हम अपने युवाओं को बुरी लत से बचा कर वेहतर समाज का निर्माण कर सके । रैड क्रॉस सोसाईटी भी समाज में बुराईयो के खिलाफ कार्य कर रही है । सनराईज एन‐जी‐ओ परियोजना निदेशक महेन्द्र पाल डोगरा ने बताया कि बॅार्डर ऐरिया होने के कारण कुछ लोग सैक्स करने के लिए भी यहा आते है जैसे कि महिला सैक्स र्वकर, पुरष सैक्स र्वकर ;एफ‐एस‐ डब्लू, एम‐एस‐एम‐द्ध इसके साथ-साथ लोग नशा करने व बेचने भी आते है। इस प्रक्रिया से वह नेशेडी वन जाते है और पैसे वचाने के चक्कर में एक ही सुई से कई लोग अपने आप को नशे के ईन्जैकशन लगाते है और अज्ञानतावश कुछ लोग एड्स के शिकार हो जाते हैं
साथ ही उनके परिवार वाले व आस पास के लोगों पर भी इस बीमारी के हो जाने का खतरा बढ़ जाता हैं। इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है परंतु इसको रोका जा सकता है, यह तभी संभव है जब सारा समुदाय खासकर युवा पीढी इसको रोकने में सहयोग करेगी। बीते सालों में इस बीमारी से काफी लोगों की मौते भी हो चुकी है और उनकी इस अज्ञानता का दंड उनके बच्चों को सहना पड़ा है । इस विषय पर उन्होंने आगे कहा कि हमंे अपना व अपने परिवार का स्वास्थ्य परीक्षण समय-समय पर करवाना चाहिए व बीमारी का पता लगने पर इसका इलाज तुरंत करवाना चाहिए। किसी के साथ यौन सम्वन्ध बनाने के लिए सुरक्षित यौन संसाधनों का प्रयोग भी करना चाहिए। सरकार द्वारा पीड़ित लोगों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की गई है, उन सब का हमें लाभ उठाना चाहिए।इस मौके पर जिला एड्स नियन्त्रण अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग ऊना डॉ‐ रमेश रत्तू ने जागरूकता अभियान के तहत रैली को हरी झंण्डी दिखाकर शिविर स्थान लाल सिगी पुराना होशियारपुर रोड से डी‐ सी‐ ऑफिस चौक रवाना किया गया । तदोपरान्त सभी प्रतिभागीयों को रिफ्रेशमेन्ट दी गई।इस मौके पर सनराईज एन‐जी‐ओ परियोजना निदेशक महेन्द्र पाल डोगरा, परियोजना प्रबन्धक श्रीमति रीना शर्मा, लेखाकार कुमारी मानसी, परामर्शदाता कुमारी अंजना व श्रीमति उपासना परियोजना के अन्य कर्मचारी सलोचना कुमारी ,सीमा कुमारी, संजीव कुमार,शुवम कुमार, सुनीता, सीमा, ज्योती , ,बलविन्दर, अन्जु, सोनी , संत चरण इत्यदि वा सहयोग एन‐जी‐ओ‐ के परियोजना प्रबन्धक मुनीश राणा और लगभग 200 युवाओं ने भाग लिया ।