नालागढ़,बद्दी,स्वस्तिक गौतम:-बीबीएन श्रेत्र में जहां अवैध मीनिंग को लेकर आए दिन ग्रामीण और पर्यावरण संस्थाएं सरकार व प्रशासन पर जहां प्रश्न चिन्ह खड़े कर रहे है वहीं कारवाई होने के बाद मीडिया के समक्ष बताने में अधिकारी झिझक रहे हैं ग्रामीणों के कहने पर प्रशासन को मजबूरी में कार्रवाई करनी पड़ रही है ऐसा प्रतीत हो रहा है
ताजा मामला नालागढ़ का है जहाँ एसडीम नालागढ़ द्वारा बगलेहड़ पंचायत में कार्रवाई करते हुए जहां एक जेसीबी और दो टिप्पर हिरासत में लिए हैं। वहीं मामले की जानकारी लेने के लिए पुलिस प्रशासन से जब मामले पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह कार्यवाही एसडीएम नालागढ़ द्वारा की गई है और वहीं एसडीम नालागढ़ का लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने यह कहकर पलड़ा झाड़ दिया कि अगर हम मीडिया में बयान देते रहेंगे तो हम काम कब कर करेंगे। साफ तौर पर हम देख सकते है कि प्रशासन के ऊपर भी चालान करने के बाद से दबाव बन जाता है और प्रशासन खुलकर काम नहीं कर पा रहा है लेकिन कौन दवाब बना रहा है इसका जल्द पता लगाना होगा और प्रशासन को जो है खुले हाथ छोड़ना होगा तभी यहां चल रही अवैध मीनिंग को रोका जा सकता है।
और अगर यही हालात रहे तो वह दिन दूर नहीं होगा जब नालागढ़ क्षेत्र के सभी नदी नाले खनन माफिया द्वारा छल्ली कर दिए जाएंगे और ग्रामीण क्षेत्रों को भविष्य में इस चीज का नुकसान झेलना पड़ सकता है जिस प्रकार से नालागढ़ के अंदर अवैध माइनिंग हो रही है उसे हिसाब से आने वाले समय में नालागढ़ का पानी भी पूरी तरह से खत्म हो जाएगा और खनिज पदार्थ भी पूर्णता खत्म हो जाएंगे। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में NGT का रुख लेगा या खानापूर्ति के लिए चलना कर इन्हें फिर से अवैध मीनिंग करने के लिए छोड़ देगा।