हमीरपुर,ऊषा चौहान:-विलासिता में डूबी कांग्रेस सरकार हर दिन हिमाचलियों पर डाल रही खर्चे का बोझ: अनुराग ठाकुर हिमाचल प्रदेश: पूर्व केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार द्वारा जनहित में भाजपा सरकार द्वारा लिए गए ग्रामीण इलाक़ों मुफ़्त जलापूर्ति व पुलिस कर्मियों की एचआरटीसी में निःशुक्ल यात्रा जैसे निर्णयों पर रोक लगाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए इसे अहंकारी कांग्रेस द्वारा हिमाचल में तालाबंदी की सरकार चलाने की बात कही है। श्री अनुराग ठाकुर ने कहा “ हिमाचल की कांग्रेस सरकार आकंठ अहंकार में डूब चुकी है। कांग्रेस द्वारा भाजपा सरकार की जनहित की योजनाओं को एक-एक कर के बंद किया जाना इनके अहंकार और हिमाचल की जनता के प्रति इनकी दुर्भावना को दिखाता है।
भाजपा सरकार द्वारा लिए गए ग्रामीण इलाक़ों मुफ़्त जलापूर्ति व पुलिस कर्मियों की एचआरटीसी में निःशुक्ल यात्रा जैसे निर्णय पर कांग्रेस सरकार द्वारा रोक लगाना अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस ने हिमाचल में तालाबंदी की सरकार दी है जिसका काम भाजपा के अच्छे और जनहित के कार्यों पर ताला लगाना है। अपनी विलासिता और ख़र्चों पर कटौती करने की बजाय यह सरकार जनता पर हर दिन ख़र्चों का बोझ बढ़ाती जा रही है। कांग्रेस की इन मनमानियों से जनता में अत्यंत रोष है” आगे बोलते हुए श्री अनुराग ठाकुर ने कहा, में भाजपा ने अपने कार्यकाल में हिमाचल में आयुष्मान भारत योजना से छूट गए लोगों को कैशलेस इलाज देने के लिए हिमकेयर योजना को शुरू किया था जिस से प्रदेश के लाखों लोगों को लाभ मिल रहा था। सरकारी अस्पतालों में अच्छा इलाज ना मिल सकने की स्थिति में प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करा सकने की सुविधा जनता के लिए
वरदान बनी थी मगर हिमाचल प्रदेश में जनता का सहारा बनी हिमकेयर योजना को कांग्रेस सरकार ने निजी अस्पतालों के लिए बंद करने का तुगलकी फैसला लिया है। यानी कि हिमकेयर कार्ड धारक अब प्राइवेट अस्पतालों में इलाज नहीं करवा पाएगा। अहंकारी कांग्रेस ने प्रदेश की जनता से उनका सहारा छीनने का काम किया है जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है। अपने आर्थिक कुप्रबंधन के चलते कांग्रेस ने भाजपा की एक और जनहित की योजना की बलि ले ली” श्री अनुराग ठाकुर ने कहा “ हिमाचल प्रदेश में जब-जब कांग्रेस सत्ता में आती है, विकास कार्य ठप्प हो जाता है, कर्जा बढ़ना शुरू हो जाता है। प्रदेश में जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनी अपनी दी हुई गारंटियाँ तो इनसे पूरी नहीं हुईं उल्टा दुर्भावना से ग्रसित होकर 1500 संस्थानों पर इन्होंने ताला जड़ दिया। कांग्रेस ने मात्र 1.5 साल में 25000 करोड़ का कर्ज लेकर प्रदेश पर करज का बोझ 95000 करोड़ पहुँचा दिया।
कांग्रेस ने प्रदेश को दिया तो कुछ नहीं लेकिन यहाँ चल रहे स्वास्थ्य संस्थान, शिक्षा केंद्र, सरकारी स्कूल में बच्चों को दी जाने वाली वर्दीयां हों या मज़दूरों को मिलने वाली सुविधाएँ हों सब बंद करने का काम किया। सरकार बनते ही इन्होंने वादे के मुताबिक़ 300 यूनिट फ़्री बिजली तो दी नहीं, मिल रही 125 यूनिट बिजली को भी बंद कर दिया। जनहित में भाजपा सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं सहारा, शगुन स्वावलंबन योजना को बंद करने के बाद अब कांग्रेस की निगाह महिलाओं को बस किराए में मिल रही छूट पर है। कांग्रेस बताये आखिर जनता का क़सूर क्या है।