दौलतपुर चौक, संजीव डोगरा
गगरेट उपमंडल के कुनेरन गांव के अनुभव परमार एयरफ़ोर्स में फ्लाइंग अफसर बने है | बेंगलुरु में शनिवार को आयोजित पासिंग आउट परेड के उपरांत अनुभव परमार विधिवत रूप से भारतीय वायुसेना का हिस्सा बने | इस पासिंग आउट परेड के गवाह अनुभव परमार के पिता विनोद परमार, माता सुनीता परमार व बहन साक्षी परमार भी बने और उन्होंने फ्लाइंग अफसर अनुभव परमार के कन्धों पर स्टार लगाए | अनुभव के पिता विनोद परमार सेना की सिग्नल कोर से सेवानिवृत होने के उपरांत अब राजस्व विभाग में सेवारत है जबकि माता सुनीता गृहिणी है|
अनुभव परमार के परिवार की तीसरी पीढ़ी सेना में सेवाएं देने जा रही है | अनुभव परमार ने 10वीं की शिक्षा बर्ष 2015 में शांति इंटरनेशनल स्कूल कैलाशनगर नकड़ोह, जमा दो की शिक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घनारी से मार्च 2017 में पास की है|
उसके उपरांत हि. प्र. विश्वविद्यालय प्रोद्योगिकी संस्थान शिमला से सुचना प्रोद्योगिकी में बी. टेक. की | बर्ष 2022 में अनुभव परमार एयरफ़ोर्स कामन एडमिशन टेस्ट में देश भर में मेरिट में दुसरा स्थान हासिल करके इंडियन एयरफ़ोर्स में शामिल हुए | इस चयन के उपरांत 6 माह का प्रशिक्षण भारतीय वायुसेना एकादमी डुंडीगल हैदराबाद व एक बर्ष का तकनीकी प्रशिक्षण वायुसेना तकनीकी कालेज बेंगलुरु से हासिल किया | भारतीय वायुसेना से पास आउट हुए अनुभव परमार क्षेत्र से पहले वायु सेना के अफसर बने है | अनुभव ने कड़ी मेहनत से अपने बचपन का सपना पूरा कर अपने दादा स्व. कैप्टन मेहर सिंह परमार, दादी सुमित्राँ देवी, नाना स्व. संसार चंद जरियाल, नानी कमला देवी व अपने माता– पिता का नाम रोशन किया है |