सुमित कुमार, उत्तरकाशी:-गंगोत्री घाटी में लापता ट्रैकर सुमित पंवार सुरक्षित बेस कैंप लौटे,उत्तरकाशी जिले की गंगोत्री घाटी के धराली से श्रीकंठ ट्रेक रुट पर लापता हुए सुमित पंवार आखिरकार सुरक्षित बेस कैंप लौट आए हैं।
गौरतलब है कि 2 नवम्बर को स्थानीय निवासियों का एक 5 सदस्यीय दल धराली से झींडा बुग्याल के लिए रवाना हुआ था। इस दल में शामिल सुमित पंवार, पुत्र स्व. वीरेंद्र पंवार, उम्र 28 वर्ष, निवासी ग्राम सैंज, भटवाड़ी, उत्तरकाशी, बेस कैंप चांदु झींडा के आसपास झाड़ियों में फंस गए थे। उनके साथी चार अन्य सदस्य बेस कैंप में सुरक्षित पहुंच गए थे।सुमित के लापता होने की सूचना मिलते ही आज 4 नवम्बर की सुबह धराली से 6 स्थानीय लोग, 3 वन विभाग के कर्मचारी, और 3 पोटर समेत कुल 12 लोगों की एक बचाव टीम खोज में निकली। इसके अलावा एसडीआरएफ और राजस्व टीम ने भी तीन अन्य पोटर के साथ खाद्य सामग्री लेकर सुमित की खोजबीन में सहयोग किया।
खोजबीन के बावजूद शाम तक जब सुमित का कहीं पता नहीं चला, तो बचाव दल में मायूसी छा गई थी। इसी दौरान सुमित ने अपने एक परिचित मित्र को फोन कर अपने सुरक्षित होने की सूचना दी। जानकारी मिली कि सुमित दो दिनों तक झाड़ियों में फंसे रहे और कठिनाई के बाद शाम करीब 7:40 बजे बेस कैंप पहुंचने में सफल हुए।सुमित के सुरक्षित लौटने की खबर सुनते ही पूरे क्षेत्र और उनके परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई है।