Saturday, November 30, 2024
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ज्योतिष भारतीय प्राचीन एवं रिसर्च का विषय:-दीनानाथ साहू

कुरुक्षेत्र हरियाणा,अश्विनी वालिया:-ज्योतिष भारतीय प्राचीन एवं रिसर्च का विषय – दीनानाथ साहू


हरियाणा की सुप्रसिद्ध ज्योतिष एवं आध्यात्मिक सामाजिक संस्था पंचतत्व स्पिरिचुअल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा अखिल भारतीय स्तर पर आज एक भव्य शानदार एस्ट्रोलॉजिकल इवेंट् , पीपली रोड होटल पाल प्लाजा में राष्ट्रीय स्तर पर चतुर्थ ज्योतिष एवं वास्तु सम्मेलन एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें देश भर से विभिन्न राज्यो से लगभग 300 से अधिक पुरुष एवं महिला विद्वान- विदुषियों ने इस सम्मेलन में भाग लिया। संतो का आगमन भी इस मंच पर हुआ। भारतीय ज्योतिष जगत की अखिल भारतीय स्तर पर देश के अलग अलग राज्यो में पहले भी शानदार सफलत्तम ज्योतिष सम्मेलन करके इवेंट कराने वाली पहली सफल महिला एवं संस्था की संस्थापक एवं अध्यक्षा ज्योतिषाचार्य मीना कुमारी व संस्था की कोषाध्यक्ष ज्योतिष आचार्य रणबीर कोर , महासचिव गुरु ज्योतिष आचार्य विनोद कुमार, उपाध्यक्ष महिपाल


ने बताया कि इस सम्मेलन का उद्देश्य सभी विद्वानजनों द्वारा किया गया सालो का अध्य्यन एवं अनुभव इस मंच पर सांझा करना है। देश के प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त हाल ही जुलाई 2024 में यूरोप के छह देशों में हुए अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिष कॉन्फ़्रेस से फ़्रांस जर्मनी इटली स्विट्ज़रलैंड निदरलैंड बेल्जियम से यूरोप एक्सिलेंस अवार्ड से सम्मानित एवं अनेक ज्योतिष सिद्धांत को शोध करके आज के आधुनिक विज्ञान सम्मत सिद्ध करने वाले भौतिक विज्ञान में स्नातकोत्तर और पेशे से प्रिंसिपल अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिषी ,छत्तीसगढ़ से ज्योतिषाचार्य श्री दीनानाथ साहू जी , के मुख्य आतिथ्य एवं हरियाणा राज्य सरकार के नगरीय निकाय एवं स्थानीय निकाय मंत्री माननीय श्री सुभाष सुधा जी अतिथि मुख्य अतिथि बतौर पर शिरकत कर ज्योति प्रव्जलित कर कार्यक्रम की शुरआत की । मुख्य अतिथि सुभाष सुधा जी ने मंच पर अपने विचार सांझा किये। आचार्य दीनानाथ साहू जी ने अपने भाषण में ,सुप्रसिद्ध रिसर्च अंक ज्योतिष में अंकों का उद्भव , वैदिक ज्योतिष में लग्न गोचर या चन्द्र गोचर , लाल किताब में कुत्ता पालने के साइड इफ़ेक्ट एवं ग़लत तरीक़े , विवाह पद्यति कुण्डली मिलान

में आज के वर्तमान परिप्रेक्ष्य में उसका औचित्य, कुंडलिनी जागरण पर नवीनतम रिसर्च ,लग्न गोचर या चन्द्र गोचर में तुलनात्मक अध्ययन , वैदिक कुंडली में अनेक संदेहास्पद कारक ग्रह पर शोध , मेडिकल एस्ट्रोलॉजी के अंतर्गत अलसी पर नवीनतम शोध प्रस्तुत किया , जिसे देश के विभिन्न राज्य से आये विद्वानों ने श्री साहू के ज्योतिष शोध की काफ़ी सराहना की वास्तु एवं ज्योतिष में एक साथ गहरे संबंध को जोड़ कर जानकारी प्रदान की कि जैसी आप की कुंडली होगी वैसा आप का घर का वास्तु होगा। कुंडली मे दोष होगा तो घर के वास्तु में भी समस्या होगी इसलिए अपनी कुंडली में जो दोष हो उसका निवारण जरूर करवाना चाहिए नही तो घर मे वास्तु दोष भी कुंडली के अनुसार होगा। घर का वास्तु आप की शारिरिक, मानसिक व आर्थिक स्तिथि पर प्रभाव डालता है कैसे वास्तु के माध्यम से अपने घर मे खुशहाली ला सकते है सिर्फ घर की वस्तुओं को सही जगह पर सही दिशा में रख कर। जानकारी सांझा की।


देश के प्रसिद्ध ज्योतिष आचार्य दैवैज्ञ आचार्य श्री अनिल वत्स जी जो देश के जाने माने विद्वान है इन्होंने ज्योतिष के योगसूत्रों के बारे में सटीक जानकरी सांझा की। गुजरात के प्रसिद्ध वास्तु शास्त्री सुकेश तृतिया वास्तु शास्त्र के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वास्तु प्राचीन विधा है हमारे सारे प्राचीन मंदिर व इमारते वास्तु के अनुसार बनी है। पिछले कुछ दशकों में लोग वास्तु के प्रति जागरूक कम थे परंतु अब सभी व्यक्ति वास्तु के बारे में जागरूक हो गए है क्योंकि वास्तु पंच तत्वों पर आधारित है। और हमारा शरीर भी पंच तत्वों से बना इसलिए वास्तु में जो तत्व घर मे असन्तुलित होगा उस तत्व से संबंधित वास्तु पुरुष के जिस भाग में समस्या होगी तो परिवार के सदस्यों को शरीर के उस भाग में शारीरिक समस्या होगी। मोगा से प्रसिद्ध ज्योतिष आचार्य अक्षय शर्मा ने चिकित्सा ज्योतिष के बारे में जानकारी प्रदान की। गौरखपुर से आचार्य अजय चौबे जी ने ज्योतिष के अपने अनुभव सांझा किया। आचार्य कमल अग्रवाल ने वैदिक ज्योतिष के तथ्यों के बारे में अपने अनुभव सांझा किये।


अन्य गणमान्य मुख्य अतिथि जयपुर से आचार्य राघवेन्द्र जी महाराज, वृंदावन से माँ पीताम्बरा, तेलंगाना से संत स्वामी आंनद सस्वती जी महाराज , खाटू श्याम से संत ललित मुरारी जी महाराज, संत मदन महाराज जी, जालंधर से पंडित राजीव शर्मा , करनाल से राजस्थान से पंडित नारायण शरण, डॉ दिलबाग भाटिया , पंजाब से आचार्य अनिता कालिया, आचार्य हरीश प्रभाकर, हरियाणा से सेलिब्रिटी एस्ट्रोलॉजर इंदरजीत सिंह , दिल्ली से डॉ मोनिका जुनेजा, जोधपुर से पंडित एस. के. जोशी , करनाल से योगगुरु डॉ अमित पुंज तथा अन्य ज्योतिष आचार्य जो देश के विभिन्न राज्यो से आये उपस्थित रहे। मंच का संचालन श्री जगदीश नामदेव व आचार्य आशु मल्होत्रा ने किया। इस कार्यक्रम का कार्यभार डॉ बलविंदर मान, आचार्य ज्योति गर्ग, वास्तु शास्त्री कमलजीत सिंह संजय गोहेल व संस्था के सदस्य आशीष गर्ग , श्री सुशील चित्रा , श्री राजपाल कश्यप, श्री अभिमन्यु वर्मा ने अध्यक्षा मीना कुमारी की देख रेख में संभाला।

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