बद्दी :- आज पुण्य तिथि पर अटल जी को बीबी एन में याद किया गया। हिमाचल व बीबीएन से उनका क्या नाता था चलो इस पर कुछ प्रकाश डालते हैं। हिमाचल को अटल जी अपना दूसरा घर मानते थे तो प्रीणी कुल्लू में उनका आना जाना लगा रहता था। पीएम रहते भी पूर्व पीएम के नाते भी वो कई दफा हमारे हिमाचल में जरुर आए जिससे उनका पहाडी लोगों से प्यार स्वत: ही बन गया और वो हमारी दिक्कतों से बखूबी वाकिफ थे। वो ऐसा दौर था जब प्रेमकुमार धूमल ने पहली बार सी.एम. की कमान 1998 सभांली थी और अटल ने पी.एम की। धूमल ने उनसे कहा कि आर्थिक पैकेज देते हो तो वो भी चंद समय बाद समाप्त हो जाएगा। अटल जी ने कहा प्रेमकुमार तू ही बता फिर क्या दूं ? तुम्हे अपने प्रांत बारे ज्यादा पता है और आज मैं पीएम हूं और यह मेरा दूसरा घर है और यहां के लोगों से प्यार है। लोग ईमानदार व भोले भाले हैं। इसके बाद प्रेम ने प्रेम से कहा कि आप हमारी पहाडी स्टेट को विशेष औद्योगिक पैकेज दे दो ताकि यहां की बेरोजगारी दूर हो सके और पूरे प्रदेश में उद्योग लगेंगे तो विकास तो होगा ही साथ में बेरोजगारों की फौज को भी राहत मिलेगी। धूमल ने का कि यहां का शांत वातावरण व सस्ती बिजली व अच्छी कानून व्यवस्था के कारण यहां बडे घराने निवेश करने से गुरेज नहीं करेंगे।
इस पर अटल जी ने कहा कि अगर पैकेज देना है तो मुझे पीएम होने के नाते तीनों पहाडी स्टेटों देना पडेगा बेशक जिसमें उतरांचल व जेके में दूसरी पार्टियों की सरकारें हैं। अगर हमने अकेेले एचपी को दिया तो यह उनके साथ नाईसंाफी होगी और लोग मुझपर सवाल उठाएंगे कि हिमाचल को इसलिए दिया कि यहां पर बीजेपी है। प्रेम कुमार धूमल जी ने कहा कि मुझे कोई एतराज नहीं है। इसके बाद औद्योगिक पैकेज की फाईल को सिर चढ़ाने के लिए प्रो धूमल की अहम भूमिका रही। जब फाईल पर अंतिम साईन होने थे तो प्रो धूमल दिल्ली में थे और ताबडतोड बारिश हो रही थी लेकिन वह स्वयं अपने साथ फाईल लेकर मंत्री शौरी के घर रात 12 बजे पहुंच गए क्योंकि उनको डर था कि कोई चीज रह गई तो रह गई। अटल जी ने सोलन रैली में पैकेज की घोषणा की थी और उसके बाद के चुनावों में बीजेपी हार गई। उसके बाद हिमाचल के सीमांत एरिया में खूब उद्योग लगे और खूब औद्योगिक विकास हुआ। प्लानिंग न होने के कारण जहां तहां उद्योग लग गए। सबसे ज्यादा निवेश एरिया बददी बरोटीवाला नालागढ़ में हुआ क्योंकि यही दिल्ली के सबसे ज्यादा नजदीक था और उद्यमियों को यह खूब भाया। मध्य व उपरी हिमाचल को पैकेज का खास लाभ नहीं मिला। 2009 को बददी को अलग पुलिस जिला बनाया गया और 13वां एसपी यहां बैठा। कुल मिलाकर अटल जी की जो दूरदर्शी सोच थी और प्रो धूमल की पैकेज को लेकर जो कर्मठता थी उसके बाद औद्योगिक विकास की बयान यहां खूब बही। सबसे ज्यादा फायदा बीबीएन के लोगों को हुआ। चाहे उनके ट्रक-टैंपो या वाहन उद्योगों में चले या चाहे उनके कमरे /शैड किराए पर चढे या बाजार का विस्तार हुआ। सारा फायदा बीबीएन के लोगो को हुआ और उनके आर्थित स्तर में बहुत बडा जंप मिला। प्रापर्टी डीलींग में लोगों ने खूब पैसे कमाए और उनका योगदान भी विकास में खूब रहा। तब अटल ने यह कभी नहीं कहा था कि यहां सिर्फ हिमाचली को ही रोजगार मिले बल्कि कहा था हिमाचल व मेरे देश का खूब विकास हो और हिमाचलियों केा घर द्वार ही रोजगार मिले यह मेरा मानना है क्योंकि यहां पर पयर्टन के अलावा कुछ नहीं है और पयर्टन भी 12 मास नहीं चलता। परोक्ष-अपरोक्ष रुप से लोगों की अन्य क्षेत्रों में भी आय का साधन बढा। बीबीएन के उद्योगों में हिमाचल व गैर हिमाचल के लोगों को खूब योग्यतानुसार रोजगार मिला। बीबीएन के अधिकांश लोग अटल जी को एक देवता से कम नहीं मानते हैं और हर केंद्रीय चुनाव में यहां से बीजेपी को भारी लीड भी मिलती रही है। अटल जी का जो एहसान व कर्ज हिमाचल के साथ बीबीएन के लोगों पर है उसको हमारी पीढ़ीयां कभी नहीं भूल पाएंगी। अटल तो अटल थे जोकि अपने मन वचन व कर्म के माध्यम से आज भी बीबीएन वासियों के दिलों पर अटल है।