नगर परिषद मनाली के अध्यक्ष एवं होटलियर्ज चमन कपूर ने कहा कि देश का सबसे ऊंचे मनाली -लेह मार्ग पर वाहनों की आवजाही सुचारू हो गई है, लेकिन देश-विदेश के सैलानियों की पहली पसंद रहने वाला रोहतांग दर्रा अभी भी पर्यटकों के लिए बंद है। उन्होंने कहा कि मनाली आने वाले हर पर्यटक की प्राथमिकता रोहतांग दर्रा ही रहती है। इन दिनों हजारों की संख्या में पर्यटक मनाली आ रहे हैं लेकिन रोहतांग का दीदार न होने से वे निराश भी हो रहे हैं।चमन कपूर ने कहा कि हालांकि प्रशासन ने मढ़ी तक पर्यटकों को जाने की अनुमति दे दी है, लेकिन मढ़ी में बर्फ न के बराबर ही है। उन्होंने कहा कि एनजीटी ने गाडिय़ों के बढ़ते दबाव को देखते हुए संख्या 1200 निर्धारित की थी, क्योंकि अब सेना के वाहनों सहित लेह जाने वाले ट्रकों व पर्यटक की गाडिय़ों की आवाजाही अटल टनल से हो रही है। रोहतांग में मई-जून में ही पर्यटकों से रौनक छाई रहती है। उन्होंने प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि एनजीटी में पक्ष रखते हुए वर्तमान स्थिति को दर्शाते हुए निर्धारित वाहनों की 1200 संख्या को बढ़ा दें, ताकि समर सीजन में आने वाला हर पर्यटक रोहतांग जा सके। रोहतांग बहाल होने से पर्यटकों का ठहराव भी बढ़ेगा और बर्फ के दीदार भी हो सकेंगे। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि रोहतांग दर्रे को पर्यटकों के लिए खोला जाए। उन्होंने कहा कि व्यापार मंडल व प्रशासन के सहयोग से माल रोड को व्यवस्थित करने के बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं।
देश का सबसे ऊंचे मनाली -लेह मार्ग पर वाहनों की आवजाही सुचारू हो गई
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