चंडीगढ़,विनोद कुमार तुषावर:-नही हो रहा चंडीगढ़ में हिंदू विवाह ऐक्ट 1955 का पालन ??जी हां बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं हम बात कर रहे है चंडीगढ़ ट्राई सिटी की, जहा आजकल चंडीगढ़ के पुलिस स्टेशन में महिलाओं की भीड़ देखने को मिल रही हैं, ये वो महिलाएं हैं जिन्होंने अपना घर अपने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए किसी पुरुष से शादी की थी, लेकिन अब वही पुरुष किसी दूसरी औरत से शादी करके आराम से रह रहा हैं वही देखा जाए तो हिंदू मैरिज एक्ट 1955 के पालन की उलंगना यहाँ अक्सर होती हुई दिखाई दे रही है चंडीगढ़ पुलिस उस पुरुष पर घरेलू हिंसा के आधार पर एफआईआर दर्ज कर के महिलाओं को महिला थाना भेज दिया जाता है,
जहा पर इन ल़डकियों ओर महिलाओं को धक्के खाने पड़ेंते है , जब मंजू नाम की दरिया निवासी ने अपनी पीड़ा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सुनील कुमार यादव नाम के एक व्यक्ति से उन्होंने 2016 में आर्य समाज मंदिर में हिंदू धर्म के अनुसार शादी की थी, इस इंसान ने मुझे बताया कि इसकी पहली पत्नि की मौत हो चुकी हैं, और जब मैने इस बारे में जानकारी प्राप्त की तो मुझे पता चला कि उसकी मौत फांसी लगाकर हुई थी, जो कि पालमपुर हिमाचल से थी, इसके बाद सुनील कुमार यादव ने मुझे बिना तलाक दिए 2022 में मनसा नाम की लड़की जो कि बिहार से हैं, शादी करके उसके साथ रह रहा है, अब आप ही बताइए कि क्या इन जेसे लोगों पर हिंदू मैरिज एक्ट के अनुसार केस क्यों नहीं दर्ज किया जाता ।वही जब हमने इसी प्रकार की पडताड़ना का शिकार हुई दूसरी महिला सुखविंदर कोर से बात की तो उन्होंने कहा कि अगर पुलिस अपना काम सही ढंग से करे ओर इन लोगों पर उचित धाराएँ लगाई जाए, तो हम जेसी महिलाओं ओर ल़डकियों को पुलिस के चक्कर ना काटने पड़ता, सरकार ने कानून तो बना दिए हैं लेकिन उन्हें लागू करने में नीचे के अधिकारियों ने मजाक बना कर रखा हुआ है सरकार दावा तो करती हैं कि बेटी पढ़ाओ,बेटी बचाओ
लेकिन उन ल़डकियों ओर महिलाओं का क्या जो आत्म हत्या करने का मन बना चुकी हैं वही जब इन पीड़ित महिलाओं से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जब ये महिला थाने, महिला थाना हम महिलाओं को इंसाफ ही नहीं दे सकते तो इन्हें बंद ही कर देना चाहिए।