बद्दी ,सावस्तिक गौतम:- पोषण सप्ताह के समापन पर आई आर जी ने रैली कर स्वस्थ रहने का संदेश दिया
आई आर जी प्द्वारा बाल विकास परियोजना नालागढ़ के साथ मिलकर पोषण सप्ताह के अंतिम दिन का कार्यक्रम बद्दी वृत की सभी 25 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ बिल्लावली में मनाया गया। इसमें बद्दी यूनिवर्सिटी के नर्सिंग छात्रों और अवस्थी इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग के छात्रों ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया।कार्यक्रम की शुरुआत एक जागरूकता रैली से हुई, जिसमें आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और छात्रों ने पोषण के महत्व को लेकर नारों और संदेशों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। इसके बाद बच्चों द्वारा पोषण पर आधारित एक नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसमें भोजन में सही पोषण के महत्व को मनोरंजक और शिक्षाप्रद तरीके से दिखाया गया। इस नाटक के जरिए उपस्थित लोगों को बताया गया कि बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए पोषण कितना आवश्यक है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने गीतों के माध्यम से पोषण के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास किया, जिससे उपस्थित लोगों का ध्यान आकर्षित हुआ।डॉ
. अंजलि गोयल ने पोषण से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं, जैसे कि संतुलित आहार में क्या शामिल होना चाहिए और किस प्रकार यह बच्चों और महिलाओं की सेहत पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। आईआरजी एनजीओ से भावना ने “माइक्रोग्रीन्स” पर चर्चा की, जिसमें उन्होंने बताया कि ये छोटे पौधे पोषण का एक महत्वपूर्ण स्रोत हैं और इन्हें घर पर आसानी से उगाया जा सकता है। उन्होंने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी सलाह दी कि वे अपने केंद्रों पर आने वाली महिलाओं को माइक्रोग्रीन्स की जानकारी दें और इन्हें अपने भोजन में शामिल करने के लिए प्रेरित करें।आंगनवाड़ी सुपरवाइजर अरुणा ने भी अपने अनुभव साझा किए और बताया कि पोषण के महत्व को समझना और इसे अपने दैनिक जीवन में लागू करना कितना आवश्यक है, खासकर बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए। कार्यक्रम में पोषाहार प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें पोषक तत्वों से भरपूर सब्जियों और खाद्य पदार्थों का प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनी में विभिन्न प्रकार की हरी सब्जियाँ, अनाज, फल, और अन्य पोषणयुक्त खाद्य पदार्थ शामिल थे, जिन्हें स्थानीय स्तर पर आसानी से उगाया और प्राप्त किया जा सकता है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने पोषक सब्जियों के लाभों पर प्रकाश डाला और बताया कि कैसे इन्हें बच्चों और महिलाओं के आहार में शामिल करना चाहिए।प्र
दर्शनी में विशेष रूप से माइक्रोग्रीन्स पर जोर दिया गया, जो छोटे पौधों की किस्में होती हैं और पोषण से भरपूर होती हैं। यह प्रदर्शनी लोगों को पौष्टिक आहार के महत्व को समझाने और उनके दैनिक जीवन में पोषणयुक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करने के लिए प्रेरित करने का एक महत्वपूर्ण कदम था।का र्यक्रम में बाल विकास परियोजना नालागढ़ से ब्लॉक कॉर्डिनेटर हीना शर्मा, आईआरजी एनजीओ से परियोजना अधिकारी बलजिंदर सिंह, स्वास्थ्य कार्यकर्ता पिंकी वर्मा, ज्योति धीमान, सुषमा शर्मा, दिनेश धीमन, नेहा, श्वेता शर्मा और भवानी प्रसाद, आशा कार्यकर्ता सुमन, और बिल्लावाली गांव से 150 से अधिक बच्चों और धात्री महिलाओं ने हिस्सा लिया।i