ऊना .ज्योति स्याल:- आज बीजेपी पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवम ऊना सदर के विधायक सतपाल सिंह सत्ती के नेतृत्व में ऊना विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी कार्यकर्ताओं व स्थानीय लोगो ने उपायुक्त ऊना के कार्यालय पहुँच कर उनको ज्ञापन सौपा, ज्ञापन के माध्यम से इन लोगो ने मांग की है कि ,ऊना विधानसभा क्षेत्र के गांव भटोली व देहला के 11 मृतकों की प्रदेश सरकार मुआवजा दे, आप को बता दे की बीती 11 अगस्त को जिला और आसपास के क्षेत्र में हुई भारी बारिश के चलते भारी नुकसान हुआ इसी दौरान उन विधानसभा क्षेत्र के लोअर देहला और भटोली के चार परिवारों के 11 सदस्य शादी समारोह में भाग लेने जाते हुए भारी बाढ़ की चपेट में आकर जेजो खड्ड में जान से हाथ धो बैठे जिनमे लोअर देहला के सुरजीत कुमार उनकी पत्नी परमजीत बेटा गगन कुमार सुरजीत के भाई स्वरूप चंद उनकी पत्नी रविंदर कौर और बेटा नीतीश भटौली की रहने वाली सुरेंद्र कौर और उनकी दो बेटियां अमानत भावना और बेटा हर्षित जबकि लोअर देहला के ही रहने वाले गाड़ी चालक कुलविंदर सिंह की भी जान इसी हादसे में चली गई ।इस हादसे के दौरान केवल मात्र सुरजीत के बेटे दीपक कुमार को ही बचाया जा सका था। इनमें से भी सुरेंद्र कौर और स्वरूप चंद के शवों को घटनास्थल से काफी दूर करीब तीन दिन के बाद जाकर बरामद किया जा सका था।
सतपाल सत्ती ने कहा कि पीड़ित परिवारों के पास सांत्वना जताने के लिए खुद उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री पहुंचे और प्रशासनिक अधिकारी भी वहां गए लेकिन बड़े दुख के साथ यह कहना कहना पड़ रहा है कि इस अत्यंत दुखदाई घटना के 12 दिन बीत जाने के बाद सरकार के किसी प्रतिनिधि या किसी भी प्रशासनिक अधिकारी ने इस पीड़ित परिवार को फौरी राहत के रूप में कोई आर्थिक सहायता नहीं की थी। इस हादसे से के बाद तीन परिवार ऐसे हैं जिसमें केवल एक-एक सदस्य ही जीवित बच पाया। जिनमें से दो परिवारों के दो मुखिया ही इस हादसे में चले गए। जबकि एक परिवार का शेष बचा सदस्य अभी शिक्षा ही ग्रहण कर रहा है। वही चौथे परिवार में से जो गाड़ी का चालक इस हादसे का शिकार हुआ वही उस परिवार का मुखिया और पालक था। मुख्यमंत्री जी इस पूरी घटना के बाद इन पीड़ित परिवारों को केवल मात्र गांव वासियों एवं रिश्तेदारों की ही मदद मिल रही है जबकि आर्थिक मदद के रूप में यदि देखा जाए तो प्रदेश की सरकार और स्थानीय प्रशासन पूरी तरह से गायब नजर आ रहे हैं यह दुर्घटना इतनी बड़ी थी कि जिसमें ऊना जिला शोक में डूब गया। इस दुखदाई मौके के ऊपर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर एवं हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने भी शोक संतप्त परिवारों के साथ दुख साझा किया था
इस घटना में दो परिवार ऐसे हैं जिनके शेष बचे एक-एक सदस्य घटना का पता चलते ही विदेश से अपना रोजगार छोड़कर वापस घर लौटे जबकि अब उनका भी भविष्य उधर में लटकता नजर आ रहा हैवही सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि अब इस घटना को हुए दो हफ्ते होने को आए हैं उम्मीद करता हूं कि इस ज्ञापन के बाद आप सरकारी तंत्र को पीड़ित परिवारों की असल मायने में आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश जारी करेंगे। ताकि जिंदा बचे परिवार के सदस्यों को सरकार की ओर से सहारा मिल सके।