Thursday, January 2, 2025
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मनरेगा योजना,परमाणु जैसे समझौतों पर सदा रखें जाएंगे डॉ मनमोहन सिंह, विवेक शर्मा


बंगाणा (जोगिंद्र देव आर्य):- कुटलैहड़ कांग्रेस कमेटी द्वारा देश के लोकप्रिय प्रधान मंत्री रहे डॉ मनमोहन सिंह के अकस्मात निधन पर जोगी पंगा स्थित कार्यालय होटल हवेली में शोक सभा एवं श्रंद्धाजलि कार्यक्रम किया गया। जिसमें कुटलैहड़ विस क्षेत्र के कांग्रेस विधायक विवेक शर्मा ने विशेष रूप से शिरकत करके देश के प्रथम सिख समुदाय से सबसे सफल ओर लोकप्रिय प्रधान मंत्री डॉ मनमोहन सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि दी। ओर उनकी आत्म शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। विधायक विवेक शर्मा ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह का प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने अपने कार्यकाल में कई ऐतिहासिक निर्णय लिए जिनसे भारतीय समाज और अर्थव्यवस्था में स्थायी बदलाव आए थे। विवेक शर्मा ने कहा कि गरीब परिवार से प्रधान मंत्री पद पर पहुंचे डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में साल 2005 में मनरेगा लागू किया गया। जिसका उद्देश्य ग्रामीण परिवारों को 100 दिनों का रोजगार प्रदान करना था। यह योजना गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को रोजगार प्रदान करने के लिए ऐतिहासिक कदम साबित हुई।

ओर आज गाँवके गरीब ओर अहसाय परिवारों के लिए मनरेगा वरदान साबित हो रही है। विवेक शर्मा ने कहा कि भारत-अमेरिका परमाणु समझौता भी अहम रहा है। ओर उनके प्रधानमंत्री बनने के दौरान भारत और अमेरिका के बीच असैन्य परमाणु समझौता हुआ। जिससे भारत को परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह से छूट प्राप्त हुई। यह समझौता भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंधों के लिहाज से एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जाती है। विवेक शर्मा ने कहा कि डॉ मनमोहन सिंह की सरकार में सूचना का अधिकार कानून पारित हुआ। जिसने सरकारी कामकाजी प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की। इस कानून ने भारतीय लोकतंत्र को मजबूती दी और भ्रष्टाचार के खिलाफ अहम कदम उठाया। विवेक शर्मा ने कहा कि डॉ मनमोहन सिंह की सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून लागू किया, जिसके तहत दो-तिहाई भारतीय परिवारों को सस्ते दरों पर खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई गई. यह योजना गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले लाखों लोगों के लिए बड़ी राहत साबित हुई। विवेक शर्मा ने कहा कि डॉ मनमोहन सिंह ने भूमि अधिग्रहण कानून में सुधार किया और विकास परियोज नाओं के लिए भूमि अधिग्रहण के दौरान प्रभावितों को उचित मुआवजा दिलवाया. साथ ही, आदिवासी समुदायों को उनके पारंपरिक भूमि अधिकार वापस दिलाने के लिए वन अधिकार कानून लाया। बही डॉ. मनमोहन सिंह को उनके योगदान के लिए कई सम्मान और पुरस्कार प्राप्त हुए, जिनमें पद्म विभूषण शामिल है. इसके अलावा, उन्होंने 1991 में पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में वित्त मंत्री के रूप में भारतीय अर्थव्यवस्था को नए आयाम दिए। विवेक शर्मा ने कहा कि देश के प्रधान मंत्री रहे डॉ मनमोहन सिंह के निधन से पूरे देश में शोक की लहर में पहुंच गया है। भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बाद डॉ मनमोहन सिंह का योगदान भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था में अति महत्वपूर्ण था। विवेक शर्मा ने कहा कि डॉ मनमोहन सिंह ने हमेशा अपनी ईमानदारी और सरलता से देशवासियों का दिल जीता है। डॉ मनमोहन खुद कहते थे कि “मैं हमेशा इतिहास का छात्र रहा हूं,” और शायद यही कारण था कि उनके फैसलों में दूरदृष्टि और राष्ट्र के हित का ख्याल रहता था। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा, खासकर जब बात भारतीय अर्थव्यवस्था के समृद्ध भविष्य की होती है। तो डॉ मनमोहन सिंह को याद किया जाता है। इस मौके पर कुटलैहड़ कांग्रेस अध्यक्ष राम आसरा शर्मा, युवा कांग्रेस अध्यक्ष मुनीश कुमार वैंस, देसराज गौतम, देसराज मोदगिल, केवल कृष्ण शर्मा,दिनेश खत्री विवक मीका, कंचन शर्मा, सुरेष दत्त, प्रशांत राय, अजय कुमार, ओमप्रकाश, के सी शर्मा, ज्ञान चंद, रोशन लाल लम्बड़दार , दिनेश शारदा, गोपाल सैनी, सौरव शर्मा, राम पाल, बलविंद्र कौर के अलावा बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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