सिरमौर,शिलाई,जीडी शर्मा :-
महाराज के जयकारों से गूंज उठा पूरा क्षेत्र ,परम्परिक वाद्य यंत्रों के साथ विधि विधान से देव चिन्हों को शाही स्नान कराया जिला सिरमौर के जनजातीय क्षेत्र गिरिपार में दो दिन तक जागरा पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया । यहां जागरा पर्व में महासू देव शाही स्नान के बाद शनिवार को हजारों श्रद्धालुओं ने देवता के दर्शन किए । उससे पहले शुक्रवार को देवता के रात्रि जागरण में देव स्तुति के साथ ही भजन कीर्तन भी किया गया । शनिवार को शुभ मुर्हुत मे देवता के पुजारी,, वजीर , भंडारी ने मंदिर से शाही स्नान के लिए देव चिन्हों को बाहर निकाला।
देवता के बाहर आते ही महासू महाराज के जयकारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। इस दौरान श्रद्धालुओं ने देव चिन्हों पर पुष वर्षा की और परम्परिक वाद्य यंत्रों के साथ विधि विधान से देव चिन्हों को शाही स्नान कराया । इसके पश्चात देव चिन्हों को वापस मंदिर में विराजमान कराया गया । शनिवार रात भर भजन कीर्तन चल रहा जिस पर श्रद्धालुओ ने खूब नाटी और रासा नृत्य किया । हजारों श्रद्धालुओं ने महासू देवता के दर्शन कर खुशाहाली की कामना की ।
क्षेत्र के गांव शिल्ला द्रविल ,कोटि, टटियाना ,शमहा, डाबरा,पष्मी नघेता सहित पूरे जौनसार में ऋषि पंचमी (जागरा पर्व) मनाया गया है इन स्थानों पर महासू देवता विराजमान है। महासू मेला वैसे दो दिन तक चलता है। यह महासू मेला शुक्रवार से शुरू हो गया था। जिसमे की पहला दिन का मेला को ढिढकात का नाम से विख्यात है।इसमें महासू देवता का प्रशाद के रूप में ढिढ़का बनाया जाता है । मेले के अंतिम दिन में शनिवार को रात्रि को भी लोग ने खूब पूजन कीर्तन किया किया गया। जिसमें कि बाहरी गांव से श्रद्धालु ने भी इस मेले में भाग लिया। दूसरे दिन महासू मेला जो की नाह्याण के नाम से विख्यात है ।इस दिन देवता महासू की पालकी बाहर निकाली जाती है और उसी दिन देवता के चिन्हों को शाही स्नान करके वापस स्थान पर रखा जाता है ।