ऊना,ज्योति स्याल :-मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू करेंगे तीन दिवसीय माता श्री चिंतपूर्णी महोत्सव का शुभारंभ
ऊना, 24 सितम्बर। ऊना जिला के अंब में 26 से 28 सितंबर तक होने जा रहा तीन दिवसीय माता श्री चिंतपूर्णी महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू करेंगें। शुभारम्भ कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री विशिष्ट अतिथि और चिंतपूर्णी के विधायक सुदर्शन बबलू विशेष अतिथि होंगे। यह जानकारी उपायुक्त ऊना एवं आयुक्त श्री चिंतपूर्णी देवी मंदिर जतिन लाल ने दी।
उपायुक्त ने बताया कि 26 सितम्बर को माता श्री चिंतपूर्णी जी की पावन ज्योति का स्वागत करने के उपरांत सायं 4 बजे मेला मैदान अंब में महोत्सव का विधिवत शुभारंभ करेंगे। यह महोत्सव धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक विविधताओं का अद्भुत संगम होगा, जिसमें स्थानीय तथा बाहरी पर्यटकों की बड़ी संख्या में भागीदारी करेंगे। मुख्यमंत्री पहले दिन की सांस्कृतिक संध्या में भी बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे.महोत्सव के दूसरे दिन 27 सितम्बर की सांस्कृतिक संध्या में हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के उपाध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री रैंक) आर.एस. बालमुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे, जबकि विशेष अतिथि के रूप में विधायक सुदर्शन बबलू होंगे। 28 सितम्बर को महोत्सव के समापन अवसर पर उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री मुख्य अतिथि के रूप में और सुदर्शन बबलू विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे।महोत्सव की विशेष थीम जिला प्रशासन ने माता श्री चिंतपूर्णी महोत्सव को सामाजिक सरोकारों से जोड़ते हुए विशेष थीम के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। तीनों सांस्कृतिक संध्याएं अलग-अलग सामाजिक मुद्दों को समर्पित होंगी। 26 सितम्बर की संध्या को सुख आश्रय दिवस के रूप में, 27 सितम्बर की संध्या को वृद्ध जन दिवस के रूप में, और 28 सितम्बर की संध्या को दिव्यांग जन दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इन थीम्स का उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों के प्रति जागरूकता और संवेदनशीलता बढ़ाना है।
ये होंगे प्रमुख आकर्षण
माता श्री चिंतपूर्णी महोत्सव की सांस्कृतिक संध्याओं में स्थानीय कलाकारों समेत देश दुनिया के नामी कलाकार प्रस्तुतियां देंगे, जो इस महोत्सव का प्रमुख आकर्षण होंगी। 26 सितम्बर की संध्या को सूफी गायक सतिंदर सरताज अपने लोकप्रिय गीतों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेंगे। 27 सितम्बर को प्रसिद्ध पंजाबी गायक लखविंदर वडाली अपने सुरों का जादू बिखेरेंगे, और 28 सितम्बर को कुलविंदर बिल्ला अपनी प्रस्तुति से समापन संध्या को यादगार बनाएंगे। फ़ूलों की होली, फीट ओन फायर, महिषासुर मर्दिनी नृत्य, ड्रोन शो और व्हील चेयर डांस जैसी प्रस्तुतियां भी समारोह को चार चांद लगाएंगी।इसके अलावा, हिमाचली कलाकारों में कुमार साहिल, राखी गौतम, नितिन कुमार, अर्शप्रीत कौर, अनुज शर्मा, ममता भारद्वाज जैसे नामचीन कलाकार भी अपनी प्रस्तुतियों से महोत्सव को अविस्मरणीय बनाएंगे। महोत्सव के दौरान विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोक नृत्य, और संगीत की प्रस्तुतियां भी आयोजित की जाएंगी, जो हिमाचली संस्कृति की समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करेंगी।इसके अलावा हर दिन खेल गतिविधियां, सामाजिक जागरूकता और मनोरंजक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
महोत्सव से धार्मिक पर्यटन को मिलेगी नई दिशा
उपायुक्त जतिन लाल ने बताया कि इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है। यह आयोजन क्षेत्र के स्थानीय व्यापारियों और छोटे व्यवसायियों के लिए नए अवसर पैदा करेगा, वहीं धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को एक नई दिशा देगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन ने महोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं और पर्यटकों से अपील की है कि वे इस महोत्सव में भाग लेकर धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लें तथा क्षेत्र के विकास और समृद्धि में योगदान दें।