जम्मू,नवीन पाल :-
मूवमेंट कल्कि ने जम्मू के डिप्टी कमिश्नर को गोवंश परिवहन नियमों पर ज्ञापन सौंपा, आज मूवमेंट कल्कि ने जम्मू के डिप्टी कमिश्नर को गोवंश परिवहन नियमों में सख्ती लाने के लिए एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मौजूदा प्रक्रिया में कई खामियों को उजागर किया गया है, जिन्हें आदतन अपराधी अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे गोवंश की तस्करी की घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है।संगठन ने ज्ञापन में कई महत्वपूर्ण बदलावों का प्रस्ताव रखा है, जिनमें शामिल हैं:अनुमति प्रक्रिया में सुधार: ज्ञापन में सुझाव दिया गया है कि अनुमति प्रक्रिया को और सख्त किया जाए। इसमें आवेदकों से परिवहन किए जाने वाले गोवंश की तस्वीर, एक विशिष्ट मार्ग, परिवहन की वैधता की अवधि, और संबंधित पुलिस स्टेशन द्वारा जारी चरित्र प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने की अनिवार्यता होनी चाहिए।
- डिजिटल ट्रैकिंग प्रणाली: ज्ञापन में एक अद्वितीय टैग सिस्टम लागू करने का सुझाव दिया गया है, जिसमें गोवंश के परिवहन करने वाले व्यक्ति की पहचान, स्वीकृत मार्ग और परिवहन की अवधि का विवरण होगा। इससे कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा सत्यापन और निगरानी करना आसान हो जाएगा।आदतन अपराधियों के लिए कठोर दंड: मूवमेंट कल्कि ने मांग की है कि गोवंश तस्करी में शामिल आदतन अपराधियों को चरित्र प्रमाण पत्र देने से मना किया जाए और उन्हें कठोर दंड दिया जाए, ताकि वे इस तरह की गैर-कानूनी गतिविधियों में दोबारा संलिप्त न हो सकें।जम्मू के डिप्टी कमिश्नर ने मूवमेंट कल्कि को आश्वासन दिया कि ज्ञापन में किए गए सिफारिशों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा और इसके अनुसार निर्देश दिए जाएंगे। इस मामले को एडिशनल डीसी (कानून एवं व्यवस्था) श्रीमती अंसुया जम्वाल को सौंपा गया है, जो संबंधित अधिकारियों के साथ इस मुद्दे को उठाएंगी और आवश्यक बदलावों को लागू करेंगी। पशुपालन विभाग और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को भी इन घटनाओं को रोकने के लिए कुछ स्थायी निर्देश जारी किए गए हैं।ज्ञापन सौंपने के दौरान, मूवमेंट कल्कि के प्रमुख सदस्य जैसे कि प्रीतम शर्मा जी (सलाहकार बोर्ड सदस्य), एडवोकेट सोमेश्वर कोहली (कानूनी सलाहकार बोर्ड सदस्य), संजीव दुबे (कोर कमेटी सदस्य), महाराज ठाकुर अर्जुन सिंह (धार्मिक समिति, कोर कमेटी सदस्य), और बोर्ड सदस्य विक्रम महाजन, पवन नरंग और रोहित बजरंगी उपस्थित रहे। उन्होंने इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की और गोवंश तस्करी पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया।
मूवमेंट कल्कि को उम्मीद है कि इन सुझावों को लागू करके सकारात्मक बदलाव लाए जा सकेंगे और मौजूदा कानूनों को बेहतर तरीके से लागू किया जा सकेगा।