Thursday, November 21, 2024
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मोदी सरकार ने देश के मूलभूत ढांचे में ही परिवर्तन कर दिए हैं:- कश्मीर सिंह

हमीरपुर,जीवन कुमार:-मोदी सरकार ने देश के मूलभूत ढांचे में ही परिवर्तन कर दिए हैं: कश्मीर सिंहहमीरपुर डीसी ऑफिस के बाहर सीटू ने किया धरना प्रदर्शनआउटसोर्सिंग भर्तियां कर ठेका प्रथा को तरजीह दी जा रही है : कश्मीर ठाकुर


आज सीटू इकाई ने अखिल भारतीय आवाहन पर जिला के एकमात्र हाइडल प्रोजेक्ट में मजदूरों ने मोदी सरकार द्वारा बनाए चार लेबर कोड के विरोध में डीसी ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन किया । इससे पूर्व जिला में स्थित हाइडल प्रोजेक्ट धौलासिद्ध में मजदूर इकट्ठा हुए व हड़ताल की व गेट मीटिंग कर विरोध प्रदर्शन किया । प्रदर्शन को सीटू के राष्ट्रीय सचिव डॉक्टर कश्मीर सिंह ठाकुर, जिला सचिव जोगिंदर कुमार, रंजन शर्मा ,संतोष कुमार, नवीन कुमार ने संबोधित किया।पत्रकारों से बात करते हुए सीटू के राष्ट्रीय सचिव डॉक्टर कश्मीर सिंह ठाकुर ने कहा कि यह प्रदर्शन पूरे देश में किए जा रहे हैं l उन्होंने कहा जब से मोदी ने सत्ता संभाली है तब से देश के पाँच कार्पोरेट घरानों पर ही देश की बेशकीमती संपत्तियों राष्ट्रीय उच्च मार्गों ,बंदरगाहों,हवाईअड्डों,बैंक, बीमा आदि सबकुछ लुटाया जा रहा है जो जनता के खून पसीने से निर्मित है । देश के प्राकृतिक संसाधनों जल जंगल,जमीन,खनिज आदि इन कंपनियों के हवाले लूटाने के लिए किया जा रहा है जबकि जबकि देश जबकि देशवासियों पर तरह-तरह के टैक्स ठोक कर लूटा जा रहा है। मोदी सरकार ने देश के मूलभूत ढांचे में ही परिवर्तन कर दिए हैं संविधान संस्थाओं को मिट्टी में मिला दिया है और तानाशाही की तरह व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मजदूरों के लिए बनाये सभी श्रम कानून खत्म कर दिए हैं व उनकी जगह चार नए लेबर कोड बनाए हैं जो मजदूरों को बंधुआ मजदूरी और गुलामी की तरफ ले जाने के का ही रास्ता साफ करते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 2014 से आज तक बड़े कारपोरेट कंपनियों के 17 लाख करोड़ कर्ज माफ किए हैं और इसका बोझ देश की जनता के ऊपर डाला जा रहा है। देश में महंगाई तेजी के साथ बड़ी है। देश में बेरोजगारी की दर अपने चरम पर है परंतु मोदी सरकार ने सभी विभागों में रिक्त पड़े लाखों पदों को भरने की बजाय उन्हें समाप्त ही कर दिया गया है और अब जो भर्तियां की जा रही है वो नियमित तौर पर न होकर आउटसोर्सिंग व ठेका प्रथा के तहत की जा रही है जिससे श्रमिकों का जमकर शोषण किया जा रहा है।

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