ऊना, ज्योति स्याल
इस वर्कशाप का नेतृत्व सुशील कुमार राणा (डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर, ऊना ) व उनकी टीम के द्वारा किया गया। उन्होंने वन और वन्य जीवन के बारे में बताया कि जंगल क्यों जरूरी है? जंगलों में आग लगने के कारणों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि आजकल मानव की गलतियों की वजह से जंगलों में आग लग रही है । मनुष्य जानबूझकर अपने हित के लिए जंगलों को काटकर व आग लगाकर हानि पहुंचा रहा है , जिससे वातावरण प्रदूषित हो रहा है तथा ग्लोबल वार्मिंग से पृथ्वी के तापमान में वृद्धि हो रही है। यह धरती के साथ-साथ इंसानों के लिए भी हानिकारक है। भारत में सांपों की विभिन्न प्रजातियों के बारे में भी बच्चों को बताया गया। सांप के काटने पर क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए। अंधविश्वास में न पड़कर डॉक्टरी इलाज करवाना चाहिए । डीएफओ सुशील कुमार राणा ने बच्चों को अवाहन किया कि यह जानकारी वे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं व फॉरेस्ट एंबेसडर बनकर लोगों को जागृत करें।इस अवसर पर स्कूल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट राज वशिष्ट, निदेशक अनुज वशिष्ट ,प्रधानाचार्य दीपक कौशल व स्टाफ के अन्य सदस्य मौजूद रहे। स्कूल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट राज वशिष्ट जी ने सुशील कुमार राणा जी का धन्यवाद किया। स्कूल के निदेशक अनुज वशिष्ट जी ने कहा कि ऐसी वर्कशॉप के आयोजन से बच्चों को प्रकृति के संरक्षण के बारे में पता चलता है तथा बच्चों के ज्ञान में वृद्धि होती है।