नूरपुर,भूषण शर्मा:-
विधानसभा इंदौरा की छोंछ खड्ड में सरकारी सीमेंट की दर्जनों बोरियां बरामद,विभाग सहित पुलिस पहुंची मौके पर,बरसाती खड्ड में सरकारी सीमेंट को बहाने का प्रयास,लोगों ने की जांच की मांग,कहा —-प्रतिनिधियों सहित सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही से सरकारी पैसा हुआ बर्बाद दोषियों पर उचित कार्रवाई की मांग उपमंडल इंदौरा के अंतर्गत उप तहसील गंगथ के साथ बहने वाली छोछ खड्ड में सरकारी सीमेंट की भारी खेप अज्ञात रूप से पाई गई है!जिसमें से सीमेंट कुछ बैग खड्ड के पानी के बीच में हैं तो कुछ पानी के बाहर हैं lइतनी बड़ी संख्या में सरकारी सीमेंट आखिर कहां से आया है! इसकी जानकारी विभागीय जांच के बाद ही मिल पाएगी कि आखिर इतनी बड़ी खेप की बर्बादी क्यूँ कर दी गई या फिर मामला कुछ और ही है!
सिविल सप्लाई से सम्बन्धित लोगों द्वारा एक सुनियोजित ढंग से उक्त सीमेंट की भारी खेप को पानी में बहाने का प्रयास करते हुए सबूत मिटाने का प्रयास किया गया है!सिविल सप्लाई से जारी हुए इस सरकारी सीमेंट की हुई बर्बादी में स्थानीय लोगों में चर्चा तो इस बात को लेकर है कि आखिर जनता के द्वारा दिये गये टैक्स से होने वाले सरकारी विकास में हजारों रुपये की इतनी बड़ी कोताही कैसे बरती गई l
गौरतलब तो यह भी है कि उक्त सरकारी सीमेंट किसी सरकारी कार्य के लिए आया तो था लेकिन सम्बन्धित प्रतिनिधियों और सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही से सीमेंट बैगों में ही सेट हो गया और इस नाकामी को छुपाने के लिए इसे खड्ड में फैंक कर बरसाती पानी में बहाने का प्रयास कर सबूत मिटाने का भी भरपूर प्रयास दोषियों द्वारा किया गया है lउधर लोगों का कहना है कि इस घोर लापरवाही की प्रशासन जांच करे और जो भी लोग इसमे दोषी पाये जाते हैं उनपर कड़ी कार्यवाही की जाए और उक्त सीमेंट के सेट होने से हुए नुकसान की भरपाई जांच में दोषी पाए जाने वाले लोगों से की जाए लिए जानकारी देते हुए एएसपी धर्मचंद वर्मा ने बताया की हमें गंगथ पुलिस चौकी में सूचना प्राप्त हुई थी कि साथ बहती छोंछ खड्ड में किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा सरकारी सीमेंट की बोरियां फेंकी गई है!सूचना मिलते ही गंगथ पुलिस चौकी इंचार्ज धर्मपाल टीम सहित मौके पर पहुंचे तथा लगभग 80 बोरियां सरकारी सीमेंट की पाईं गईं हैं!उन्होंने बताया कि कुछ सीमेंट बोरियां पानी में डूबीं हुईं थीं तो कुछ सूखे में बिखरी पड़ी हुई थी!
उन्होंने कहा कि जाँच करने के लिए सिविल सप्लाई विभाग के अधिकारियों को बुलाया गया तथा दोनों विभाग मौके पर छानबीन कर रहे हैं!