Wednesday, December 18, 2024
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विधानसभा के दौरान पूछे जाएंगे 316 प्रश्न, जिसमे से 248 तारांकित और 68 अतारांकित होंगे प्रश्न

18 से 21 दिसंबर तक चलने वाले 14वीं विधानसभा के 7वें सत्र को लेकर धर्मशाला के तपोवन में तैयारियां मुकम्मल हो चुकी हैं, आज इसी सिलसिले में प्रेस वार्ता करते हुए विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठनिया ने कहा कि इस बार जहां 4 बैठकें इस परिसर में आयोजित होंगी वहीं इन चार दिनों में एक प्राइवेट डे का भी आयोजन किया जायेगा, पठानिया ने कहा कि सत्र के पहले दिन शोकोदगार होते हैं मगर इस बार शोकोदगार नहीं होंगे, ईश्वर की कृपा से मानसून सत्र तथा इस सत्र के बीच अभी तक कोई भी अप्रिय घटना नहीं हुई है पठानिया ने कहा कि सभी सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों की ओर से इस सत्र के लिए प्राप्त सूचनाएं उनके पास पहुंच चुकी हैं उनकी संख्या 316 हैं, जिनमें 248 तारांकित (online 128, offline 120) और 68 अतारांकित (online 32, offline 36) पसवाल शामिल हैं

जिन्हें नियमानुसार आगामी कार्रवाई के लिए सरकार को प्रेषित किया गया है इसके अलावा नियम 62 के तहत 5 सूचनाएँ, नियम 63 के तहत 1 सूचना, नियम 101 के तहत 5 तथा नियम 130 के अन्तर्गत 3 सूचनाएँ प्राप्त हुई हैं.₹ जिन्हें भी आगामी कार्रवाई के लिए सरकार को प्रेषित किया गया है वीओ:–उन्होंने कहा कि प्रश्नों से सम्बन्धित जो सूचनाएँ सदस्यों से प्राप्त हुई हैं वो मुख्यतः सड़को की दयनीय स्थिति, स्वीकृत सड़कों की DPR’s, प्रदेश में स्कूलों, महाविद्यालयों, स्वास्थ्य संस्थानों को अपग्रेड एवं विभिन्न विभागों में रिक्त पदों की पदपूर्ति, आऊटसोर्स पर नियुक्ति बारे, पर्यटन, उद्यान, पेयजल की आपूर्ति, युवाओं मे बढ़ते नशे के प्रयोग की रोकथाम, सौर ऊर्जा ओर परिवहन व्यवस्था पर आधारित हैं सदस्यों ने अपने- अपने निर्वाचन क्षेत्रों से सम्बन्धित मुख्य मुद्दों को भी प्रश्नों के माध्यम से उजागर किया है पिछले सत्र (मानसून सत्र) की कार्रवाई कुल 53 घण्टे चली और इसकी उत्पादकता 96 फ़ीसदी रही पठानिया ने कहा कि मेरा सता पक्ष और विपक्ष के सभी सदस्यों से अनुरोध रहेगा कि वो जनहित से जुड़े मुद्दों को ही सदन में उठाएँ और हिमाचल प्रदेश विधान सभा की परम्पराओं और गरिमा का सम्मान करते हुए नियमों की परिधि में रहकर जनहित से सम्बन्धित विषयों पर सदन में सार्थक चर्चा करें तथा सत्र संचालन में अपना रचनात्मक सहयोग दें वहीं धर्मशाला के तपोवन स्थित विधानसभा भवन को सारा साल बंद रखने को लेकर कुलदीप पठानिया ने कहा कि ये बहस रिलेवेंट हैं और इसी दिशा में हमारी ओर से भी अब कुछ कदम उठाने का प्रयास किया गया है जिसपर मुख्यमंत्री नेता प्रतिपक्ष और अन्य सदस्यों से चर्चा करके इसे सारा साल भर सैलानियों और अन्य आमोखास के लिए खोलने की रणनीति बनाई जायेगी, इतना ही नहीं इसके लिए अतिरिक्त सुविधाओं का जो अभाव है उसके लिए भी होटल कम हॉस्टल बनाने का फैसला लिया है, उन्होंने कहा कि संसदीय प्रणाली को हमारे लोकतंत्र के मूलभूत संस्थान जिसमें पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि, नगर निगमों के मेयर डिप्टी मेयर पार्षद, स्कूल कॉलेज यूनिवर्सिटी के छात्र युवा संसद के जरिए या नव निर्वाचित विधायक और सांसद आकर यहां सम्मलेन आयोजित करें और सदन कैसे चलते हैं ये सीख ले सकें।

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