कुरुक्षेत्र,अश्विनी वालिया:-विशेषज्ञों एवं विद्वानों ने दीपावली व त्यौहारों पर होने वाले प्रदूषण से किया सचेत
पटाखे बजाने से पर्यावरण को नुकसान होता है : डा. सी. बी. सिंह त्यौहारों का सीजन चल रहा है और दीपावली का सबसे बड़ा त्यौहार भी निकट आ चुका है। हालांकि सरकार द्वारा पटाखों से फैलने वाले प्रदूषण को देखते हुए पटाखों पर अंकुश लगाने का प्रयास किया जाता है। ऐसे में विद्वान, कृषि विशेषज्ञ एवं वैज्ञानिक भी सजग हैं। कृषि वैज्ञानिक डा. सी. बी. सिंह ने कहा कि लोग त्यौहारों से पहले ही पटाखे चलाने शुरू कर देते हैं और वातावरण में प्रदूषण बढ़ता है। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि आजकल वातावरण में स्मॉग की स्थिति बनी है
जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। सरकार पहले ही पराली को जलाने से रोकने के लिए प्रयासरत है। ऐसे में पटाखे चलाने से और भी अधिक प्रदूषण होगा। डा. सिंह ने बताया कि पटाखे में चारकोल, सल्फर, पोटैशियम नाइट्रेट, ऑक्सिडाइजर, बाइंडर, रंग एजेंट व चलाने के लिए ईंधन इत्यादि होते हैं। पटाखों से वातावरण में कई तरह का प्रदूषण फैलता है। मनुष्य को शारीरिक व मानसिक नुकसान के साथ पौधों को भी काफी नुकसान पहुंचता है। उन्होंने कहा कि दीपावली पर जलाए जाने वाले पटाखों से उत्पन्न प्रदूषण से हमें यह जान लेना
चाहिए कि यह हमारे स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए कितना हानिकारक है। हमें दिखावे में ना आकर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए। दीपावली को हमें खुशियों के त्यौहार के रूप में ही मनाना चाहिए ना कि पर्यावरण के दिवाले के रूप में।