जम्मू,नवीन पाल:-
शस्त्रे शास्त्रे च कौशलम्।
श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक ट्रस्ट और मुट्ठी ग्रामवासियों ने किया कार्यक्रम।
भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां शास्त्रों और शस्त्रों दोनों की पूजा की जाती है।: अजय शर्मा
विजयदशमी पर्व यानि बुराई पर अच्छाई की जीत का त्यौहार,अधर्म पर धर्म की जीत का त्यौहार है इस दिन शस्त्र पूजा का खास विधान है इस दिन जो भी कार्य शुरु किया जाए उसमें सफलता निश्चित रूप से मिलती है,विजयदशमी के उपलक्ष्य में आज जम्मू नॉर्थ विधानसभा के मुट्ठी में श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक ट्रस्ट और मुट्ठी ग्रामवासियों ने शोभा यात्रा, रावण दहन,शक्तिरूपा दुर्गा,काली की आराधना के साथ-साथ शस्त्र एवं शास्त्रों का भी पूजन किया। इस अवसर पर ट्रस्ट के ट्रस्टी अजय शर्मा ने कहा कि ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री जी के निर्देशानुसार आज यह कार्यक्रम किया गया है। हमे शस्त्रों के साथ शास्त्रों की भी पूजा अर्चना करनी चाहिए, अगर व्यक्ति को शास्त्रों का पूरा ज्ञान हो तो व्यक्ति की जीवन में कभी भी हार नहीं होती। शस्त्र पूजन की परंपरा प्राचीनकाल से चली आ रही है, शास्त्र की रक्षा और आत्मरक्षा के लिए धर्मसम्म्त तरीके से शस्त्र का प्रयोग होता रहा है। प्राचीन समय में क्षत्रिय युद्ध पर जाने के लिए इस दिन का ही चुनाव करते थे। उनका मानना था कि दशहरा पर शुरू किए गए युद्ध में विजय निश्चित होगी, शस्त्रे शास्त्रे च कौशलम्।भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां शास्त्रों और शस्त्रों दोनों की पूजा की जाती है।
इस अवसर पर एडवोकेट राजेश थापा, राजकुमार राजू , मुकेश शर्मा, वीर विक्रम आदित्य, साहिल शर्मा, जसवंत सिंह जामवाल, अजय शर्मा छोटू, सन्नी सधोत्रा, राकेश खजूरिया, रिंकू चौहान, सत पाल शर्मा, चंद्रमोहन शर्मा आदि उपस्थित रहे।