आज विनोद कतना को समाजसेवी,राजनीति,व युवा संस्थओं के प्रतिनिधिओ के साथ साथ युवा नोजवान सभा के पदाधिकारियों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी,आज सुबह से ही भारी तादात में लोगो का तांता विनोद कतना के अंतिम दर्शन करने उनके निवास स्थान पर पहुचे, लगभग सुबह 11:15 पर उनकी अंतिम शव यात्रा मोक्ष धाम के लिए घर से निकली,जगह जगह लोगो व समाजसेवी सनास्थाओ से जुड़े लोगों ने उन्हें नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की,वही शव यात्रा के काफिले मे सैकड़ो लोगो जुड़ते गए और अंत मे मोक्षधाम मे उंनको मौजूद केबिनेट मंत्रीब्रह्म शंकर जिम्पा,पूर्व केबिनेट मंत्री तीक्षण सूद, पूर्व सांसद,विजय सांपला, बीजेपी जिलां अध्यक्ष निपुण शर्मा,पूर्व पार्षद खरैती लाल कतना, मौजूद पार्षद मोनिका कतना के साथ साथ शहर के अन्य गणमान्य लोगों उपस्थित रहे।जब इस विषय मे युवा संस्थओं के प्रतिनिधिओ से बात की तो उन्होंने कहा कि गोगा भाई हर व्यक्ति के साथ खड़े होते थे कोई भी व्यक्ति उनके पास किसी भी कार्य के लिए जाता था कभी भी उनके मुख से आज तक हमने ना जैसा शव्द नही सुना था, आज वो हम सब को छोड़कर प्रभु के पास चले गए है उनकी इस कमी को कभी भी पूरा नही किया जा सकता ,उंन्होने कहा कि की वो हर कार्य मे बढ़ चढ़ कर भाग लेते थे और युवाओ को अच्छे कार्य करने के लिए प्रोत्साहित भी करते थे।
आप को बता दे किपंजाब के होशियारपुर मुख्यालय पर स्थित कमेटी बाजार गोपाल मंदिर मोहल्ला मे रहने वाले युवा समाज सेवी व कर्मठ कार्यकर्ता विनोद कतना का 11 दिसम्बर शाम को डीएमसी हॉस्पिटल लुधियाना में निधन हो गया था। जिस के बाद होशियारपुर के कई मोहल्ले व वार्डो मे शोक की लहर छा गई थी।विनोद कतना अपने पीछे एक बेटी, एक बेटा व पत्नी को छोड़ श्री चरणों मे चले गए ।सूत्रों की माने तो पिछले डेढ़ साल से वो किडनी की गम्भीर बीमारी से पीड़ित थे। और तब से लेकर अंतिम सांस तक वो इस बीमारी से झुझते रहे और लड़ते रहे। बीती 10 तारीख शाम को उनकी तबियत ज़्यादा खराब हो गई। जिस कारण उन्हें आननफानन मे पहले होशियारपुर के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। लेकिन हालत में कोई सुधार होता। नही दिखाई दिया।तब ततपश्चात उन्हे लुधियाना के डीएमसी अस्पताल एमरजेंसी मे ले जाया गया। हालत बिगड़ती देखे उन्हें वेंटिलेटर स्पॉट सिस्टम पर रखा गया। लेकिन ,डॉक्टरों की लाख कोशिश के बाद भी उन्हें बचाया नही जा सका, ओर 11 तारीख दोपहर बाद उन्होने 53 वर्ष की आयु में अपने प्राण त्याग दिए और प्रभु श्री चरणों मे चलेंगे। विनोद कतना के निधन पर तमाम कतना परिवार, चड्ढा परिवार के साथ साथ राजनीतिक हस्तियों व समाज सेवी सभाओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है। कल 13 दिसम्बर को सुबह 11 बजे उनका अन्तिम संस्कार होशियारपुर हरियाणा रोड पर स्थित मोक्षधाम मे किया जाएगा।विनोद कतना कौन थे।स्वर्गीय श्री विनोद कतना प्रसिद्ध समाज सेवी व राजनीतिक जगत में अपना लोहा मनवा चुके स्वर्गीय श्री तिरलोक नाथ कतना के सबसे छोटे बेटे थे। विनोद कतना ने अपने कैरियर की शुरुवात क्रिकेट से की थी लेकिन बड़े भाई अश्वनि कतना के विदेश जाने के बाद उन पर पारिवारिक जिम्मेदारियो का बोझ बढ़ गया। जिस कारण उन्होने क्रिकेट को अलविदा कह दिया। समय समय पर वो अपने पिता स्वर्गीय श्री तिरलोक कतना के साथ समाज सेवा,राजनीति बैठकों में जाते दिखाई देते थे । और उस के साथ साथ पिता जी के व्यवसाय में भी अपना योगदान दिया करते थे। धीरे धीरे समय बीतता गया। ओर राजनीति को छोड़ अधिकतर वो धार्मिक व सामाजिक कार्यो मे रुचि दिखाने लगे। वर्तमान में भी वो श्री कृष्ण गोपाल सभा के प्रधान थे। और पिछले 7 सालों से वो इस संस्था को निरंतर आगे बढ़ाने में कामयाब भी रहे। वही आगर इनके परिवार के सदस्यों की बात की जाए तो 9 दिसम्बर 1971 को श्रीमती तिरलोक नाथ कतना व संतोष देवी कतना के घर हुआ था इस से पहले इनके बड़े भाई अश्वनि कतना व बड़ी बहन योगिता रानी ओर नीटू रानी, का जन्म हुआ था, छोटे होने के कारण इनको सभी गोगा भाई कह कर बुलाते थे समय बीतता गया और ये बड़े हो गए, लेकिन गोगा प्रधान कर के इनकी समाज सेवी व राजनीति जगत में पहचान बनी।
लेकिन कल शाम ये भी चिराग बुझ गया और पीछे छोड गया अपनी कुछ यादगार यादें,भगवान इस पुण्य आत्मा को शांति प्रदान करे व एपने श्री चरणों मे जगह दे, ओम शान्ति ॐ