कुरुक्षेत्र,अश्विनी वालिया
ब्रह्मसरोवर के किनारे पर स्थित हरि नंद गिरि आश्रम ( राधा कृष्ण मन्दिर) के महंत राम गिरि महाराज के गत 19 मई को ब्रह्मलीन होने पर उनका आश्रम परिसर में षोडशी भंडारा सोमवार को आयोजित किया गया। महंतों की परंपरा में प्राचीन परंपरा चली आ रही है कि जो समाध बाबा दौलत गिरि दूंधरेहेड़ी का जो महंत होता है वही कुरुक्षेत्र सिद्ध पीठ दुर्गा मंदिर राधा कृष्ण मंदिर, नरसिंह मंदिर का महंत होता है। षोडशी भंडारे में प्रदेश के इलावा दूसरे प्रदेशों के भी संत समाज ने भंडारे में भाग लिया। भंडारे से पूर्व संत समाज द्वारा हवन यज्ञ किया गया। आश्रम परिसर में जूना अखाड़ा के मुख्य संरक्षक महंत हरि गिरि महाराज, प्रदेश अध्यक्ष महंत पृथ्वी गिरि, महंत रामचंद्र गिरि, महंत दूज पुरी, महंत तोता गिरि, महंत चांद गिरि, महंत भान गिरि, कोतवाल सोमेश्वर पुरी, थाना पति धर्मेंद्र गिरि, षडदर्शन साधुसमाज के अध्यक्ष परमहंस ज्ञानेश्वर महाराज, कोषाध्यक्ष महंत महेश मुनि, महासचिव महंत ईश्वर दास, संगठन सचिव वैद्य प. प्रमोद कौशिक, स्वामी लक्ष्मी नारायण पुरी, संगठन महामंत्री महंत सुनील दास कबीरपंथी, महंत राम अवतार, महंत विशाल दास कोतवाल इत्यादि संत समाज के महंत संत मौजूद रहे। समाद बाबा दौलत गिरि के महंत शंभू गिरि महाराज को इस स्थान हरि नंद गिरि आश्रम का भी महंत संत समाज वा सभी श्रद्धालु जनों द्वारा चादर की रस्म अदा कर महंत नियुक्त किया गया। विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें सरपंच सुखविंदर, पूर्व सरपंच शमशेर सिंह, रमेश, सतबीर सभी गणमान्य जनों ने भी भाग लिया।