ऊना,ज्योति स्याल:-आईआईटी रोपर टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फाउंडेशन (AWaDH) और भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT) ऊना, हिमाचल प्रदेश ने साइबर-फिजिकल सिस्टम्स (CPS) और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) में प्रगति को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं।
AWaDH, जिसका अर्थ है कृषि और जल प्रौद्योगिकी विकास केंद्र, आईआईटी रोपर टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फाउंडेशन में एक विशेष पहल है, जिसे भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा स्थापित राष्ट्रीय मिशन पर इंटरडिसिप्लिनरी साइबर-फिजिकल सिस्टम्स के तत्त्वाधान में स्थापित की गई है । इसका उद्देश्य कृषि और जल के क्षेत्रों में गहन तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देना है, जो साइबर-फिजिकल सिस्टम्स (CPS), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और अन्य जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करता है।सहयोग के तहत प्रमुख गतिविधियाँ:सीपीएस प्रयोगशाला की स्थापना: IIIT ऊना में AWaDH सीपीएस प्रयोगशाला की स्थापना करना ताकि सीपीएस और IoT तकनीकों में उन्नत अनुसंधान किया जा सके।कार्यशालाएँ और प्रशिक्षण कार्यक्रम: छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए सीपीएस और IoT कौशल बढ़ाने के लिए संयुक्त कार्यशालाएँ और प्रशिक्षण आयोजित करना।अनुसंधान और विकास: औद्योगिक स्वचालन, कृषि और जल में नवोन्मेषी समाधान विकसित करने के लिए सीपीएस और IoT अनुसंधान को बढ़ावा देना।उद्योग सहयोग और परामर्श: सीपीएस और IoT में सिस्टम एकीकरण, आर्किटेक्चर डिजाइन, और सर्वोत्तम प्रथाओं पर परामर्श प्रदान करना।प्रतियोगिताएँ और हैकाथॉन: सीपीएस और IoT तकनीकों के रचनात्मकता और व्यावहारिक अनुप्रयोगों को बढ़ावा देने के लिए प्रतियोगिताएँ और हैकाथॉन आयोजित करना।स्टार्टअप के लिए कौशल विकास: स्टार्टअप को सीपीएस तकनीकों में संसाधन, मेंटरशिप, और प्रशिक्षण प्रदान करना ताकि उद्यमिता में वृद्धि हो सके।प्रो. मनीष गौर, निदेशक IIIT ऊना ने कहा, “हम AWaDH सीपीएस प्रयोगशाला की स्थापना के लिए IIT रोपर के साथ अपनी साझेदारी की घोषणा करते हुए उत्साहित हैं। यह सहयोग साइबर-फिजिकल सिस्टम्स और IoT में अनुसंधान और नवाचार को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगा, जिससे छात्रों और स्टार्टअप को विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण चुनौतियों के समाधान के लिए प्रभावशाली समाधान बनाने का सशक्तिकरण मिलेगा। हम मिलकर तकनीकी उन्नति को आगे बढ़ाएंगे।