हिमाचल में लोकसभा चुनाव के आंकड़े भले ही 2019 का रिकार्ड न छू पाए हों, लेकिन मतदान 71 प्रतिशत को छू गया है। मतदान के बाद सामने आए ताजा आंकड़ों पर नजर डालें तो मंडी और हमीरपुर में पांच वर्षों के बाद मतदान प्रतिशत में बड़ा अंतर देखने को नहीं मिला है। कंगना रणौत के मैदान में उतरने के बाद दिलचस्प मुकाबले वाले मंडी संसदीय क्षेत्र में 2019 में 73.60 फीसदी मतदान हुआ था, जबकि इस बार 0.48 की मामूली सी गिरावट देखने को मिली है। मंडी में 73.12 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है। हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में 72.26 फीसदी मतदान हुआ है।
इस बार मतदान में 0.57 प्रतिशत की कमी आंकी गई है। 2019 में हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में 72.83 फीसदी मतदान दर्ज हुआ था। मतदान प्रतिशत में शिमला संसदीय क्षेत्र प्रदेश में तीसरे पायदान पर है। शिमला में करीब 71.26 फीसदी मतदान दर्ज हुआ है। 2019 के मुकाबले शिमला सीट पर 1.42 प्रतिशत की कमी देखने को मिली है। शिमला संसदीय सीट पर 2019 में 72.68 फीसदी मतदान हुआ था। भाजपा ने इस सीट को भी बड़े अंतर से जीता था देश भर में बड़ी जीत का रिकार्ड बनाने वाली कांगड़ा संसदीय सीट इस बार मतदान में सबसे निचले पायदान पर है।