सिरमौर,जेडी शर्मा:- हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी को सस्पेंड प्रदेश में बहुचर्चित हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी मामला पूरी तरह से मीडिया की सुर्खियों में रहा है. अब इसमें ताजा घटनाक्रम यह सामने आया है कि हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी को सस्पेंड कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि अनुशासनहीनता को लेकर हेड कांस्टेबल पर ये कार्रवाई अमल में लाई गई है. वहीं, इस पूरे मामले की जांच शिमला मुख्यालय से गठित एसआईटी कर रही है. एसपी सिरमौर रमन कुमार मीणा ने हेड कांस्टेबल को सस्पेंड किए जाने की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि नियमानुसार मामले में जांच जारी है.
यहां जानिए कब और क्या-क्या हुआ…
इस पूरे मामले ने पूरे हिमाचल पुलिस महकमे में हड़कंप मचाकर रखा दिया था. दरअसल पिछले महीने 8 जून को सिरमौर जिले के कालाअंब पुलिस थाना के तहत देवनी सड़क पर पंजाब के कुछ लोगों के साथ स्थानीय युवक अनिश व उसके पिता के साथ गाड़ी को साइड न देने को लेकर विवाद होता है. विवाद इतना अधिक बढ़ जाता है कि पंजाब से ताल्लुक रखने वाले कुछ व्यक्ति अनिश व उसके पिता के साथ बुरी तरह से मारपीट करते हैं. यहां तक कि अनिश पर लाठी-डंडों से हमला किया जाता है. इस पूरे मारपीट का एक वीडियो भी सामने आया. पीड़ित पक्ष ने आरोपियों के खिलाफ पुलिस थाना में इस संदर्भ में विभिन्न धाराओं में केस दर्ज करवाया और इस केस की जांच का जिम्मा हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी को सौंपा गया.
हेडकांस्टेबल के वायरल वीडियो ने उड़ा दी हिमाचल पुलिस की नींद
अभी इस केस की जांच चल ही रही थी कि अचानक इसी बीच 12 जून की शाम को सोशल मीडिया पर कालाअंब पुलिस थाना में तैनात हेड कांस्टेबल और मारपीट के उपरोक्त मामले के जांच अधिकारी जसवीर सैनी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होना शुरू हो गया. वीडियो में हेड कांस्टेबल ने एसपी सिरमौर पर कथित प्रताड़ित करने के आरोप लगाने के साथ-साथ मारपीट पक्ष के लोगों पर उसको धमकाने जैसे गंभीर आरोप जड़े. साथ ही वो ऑन कैमरा अपनी नौकरी से त्यागपत्र देने की घोषणा भी करता है. इसके साथ-साथ वह अपनी जिंदगी से तंग आकर सुसाइड करने तक की बात वीडियो में कह डालता है. जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होता है, शिमला से लेकर सिरमौर तक पुलिस महकमे में खलबली मच जाती है. वीडियो के वायरल होने के साथ ही हेड कांस्टेबल लापता हो जाता है.
साथ ही एसपी ने हेड कांस्टेबल द्वारा वायरल वीडियो में लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद व गैर जिम्मेदाराना करार दिया और जिला पुलिस की तरफ से सभी आरोपों का खंडन किया.
विपक्ष ने मामले को दिया अधिक तूल
जसवीर की बरामदगी के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में हुआ खुलासा
14 जून की देर शाम हेड कांस्टेबल के मिलने के बाद अगले दिन सभी की निगाहें सीआईडी और पुलिस महकमे द्वारा आयोजित होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस पर टिकी रही. दोपहर साढ़े 11 बजे एसपी रमन कुमार मीणा व अन्य पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में डीआईजी डीके चौधरी ने मामले से जुड़ी जानकारी को मीडिया के साथ साझा किया. लापता होने के तीसरे दिन सही सलामत मिले हेड कांस्टेबल के मामले में डीआईजी ने कहा कि हेड कांस्टेबल की पत्नी की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने इस मामले में डीजीपी को निर्देश दिए, जिसके बाद हेड कांस्टेबल मिसिंग केस सीआईडी को ट्रांसफर किया गया. उन्होंने कहा कि जब वह जांच के लिए यहां पहुंचे, उन्होंने पाया कि जिला पुलिस यहां पहले से ही हेड कांस्टेबल की तलाश के लिए हर स्तर पर अलग-अलग टीम बनाकर जांच में जुटी थी. वह भी सीआईडी के 2 से 4 लोग साथ लेकर यहां आए. जिला पुलिस टेक्निकल व सर्विलांस सहित विभिन्न टीमें गठित कर अपना काम कर रही थी.