ब्यूरो रिपोर्ट:-हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी तिकोनी अंतर कलह से जूझ रही है और उस पर 10 साल का एन्टी इनकंबेंसी फैक्टर चार अक्टूबर को भाजपा के बोरिया बिस्तर बन्द होने के प्रमुख कारण बनेंगे । ये दावा एआईसीसी के मीडिया समन्वयक अनिल गोयल ने हरियाणा की कालका विधानसभा सीट में पार्टी प्रत्याशी के प्रचार के लिए रवाना होने से पहले किया ।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री नायबसिंह सैनी,पार्टी के वरिष्ठ नेता व मुख्यमंत्री के इच्छुक उम्मीदवार अनिल विज और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बीच मुख्यमंत्री पद की दावेदारी की होड़ व अंतर्कलह को छुपाने के लिए कांग्रेस पार्टी में भीतर घात के झूठे शगूफे छोड़ने का विफल प्रयास कर रही है । अनिल गोयल ने कहा कि बीते दस साल में हरियाणा की भाजपा सरकार ने युवाओं, महिलाओं, किसानों और गरीबों की जो अनदेखी की है उसका खामियाजा उसे इन चुनावों में न केवल हरियाणा बल्कि जम्मू-कश्मीर में भी भुगतना पड़ेगा । गोयल ने कहा कि इन दोनों राज्यों में विकास पर लगे इस ग्रहण के लिए भाजपा की केंद्र सरकार भी
बराबर की ज़िम्मेदार है जिसने युवाओं को हर साल एक करोड़ नौकरी देने का झुनझुना थमा कर सत्ता तो हथिया ली लेकिन नौकरी देने की बजाए प्रधानमंत्री ने पकौड़े तलने की नसीहत दे डाली ,उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब प्रदेश का हर वर्ग भाजपा के इस ड्रामे का पटाक्षेप करेंगे । अनिल गोयल ने दावा किया कि हरियाणा और जम्मू–कश्मीर में भाजपा का सूपड़ा पूरी तरह से साफ हो जाएगा और कांग्रेस की सरकारें सत्तासीन होंगी ।