गगरेट,दीपक जसवाल:-बुराई पर सच्चाई का प्रतीक विजय दशमी पर्व गगरेट में बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया।(हनीश) न्याय की अन्याय पर, सदाचार की दुराचार पर, धर्म की अधर्म पर, गर्व की अहंकार पर, अच्छाई की बुराई पर, सत्य की असत्य पर और अंधकार पर उजाले के विजय का प्रतीक विजय दशमी का पर्व शनिवार को गगरेट क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर बड़े हर्षोल्लास केे साथ मनाया गया।
रामलीला मंचन में युद्ध का शुभारंभ भगवान की पूजा अर्चना के उपरांत शुरू हुआ जिसमे रावण ने आते ही राम की सेना के सैनिकों को मारकर मायावी युद्ध करना शुरू ससे दिया जिससेे राम लक्ष्मण भी चिंतित हो गए। लेकिन विभीषण ने सलाह दी कि रावण पर प्रहार करते हुए 31 तीर छोड़े जिससे उसके दस शीश और बीसों भुजाएं गिर गईं। जबकि 31 वा तीर अमृत वाली नाभि में लगा। जिससे वह धराशायी होकर जमीन पर गिर पड़ा। रावण के मरते ही जय श्री राम के गगन भेदी उदघोषो से पूरा रामलीला प्रांगण गुजायमान हो उठा। जिसके उपरांत रावण के साथ ही उसके पुत्र मेघनाथ का पुतला दहन किया गया। दशहरा कमेटी की ओर से 50 फुट ऊंचे रावण, 40 फुट ऊंंचे मेघनाथ व कुंभकरण के पुतलों को देखने के लिए नगरवासियों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी दोपहर बाद रामलीला प्रांगण में उमड़ने लगे। इस अवसर पर मुख्यातिथि विधायक गगरेट राकेश कालिया व भाजपा जिला उपाध्यक्ष एवम सुप्रसिद्ध समाजसेवी व उद्योगपति विश्वजीत सिंह पटियाल ने भगवान राम लक्ष्मण व हनुमान जी को तिलक लगाकर आशीर्वाद प्राप्त किया वही इस इस मौके पर एस.एच.ओ गगरेट सन्नी गुलेरिया, रामलीला कमेटी गगरेट के समस्त पदाधिकारी, कार्यकर्ता व अन्य कई
गणमान्य व कमेटी मेंबर्स उपस्थित थे। इसी के साथ श्री कृष्ण जन्माष्टमी एवम रामलीला कमेटी गगरेट ने भी रामलीला प्रांगण आर्मी ग्राउंड पड़ाव में दशहरा उत्सव का शानदार आयोजन कर विजयदशमी का पर्व बड़ी धूमधाम के साथ मनाया। रामलीला कमेटी गगरेट की ओर से मंचित रामलीला में शनिवार को विजयदशमी के उपलक्ष पर झांकियां निकाली गई व रामलीला में लक्ष्मण शक्ति, कुंभकर्ण-मेघनाद वध आदि लीलाओं का मंचन किया गया जिसके उपरांत अहिरावण व रावण वध लीला और पुतला दहन किया गया। तत्पश्चात विभीषण का राज्यभिषेक और भगवान राम, लक्ष्मण और सीता के अयोध्या वापसी दृश्य का मंचन हुआ। रामलीला तथा रावण का पुतला दहन देखने के लिए दर्शकों की खूब भीड़ जुटी। इस अवसर पर कमेटी सदस्यों सहित भारी संख्या में दर्शक उपस्थित थे। 12 una gagret hanish 2 गगरेट: विजयदशमी पर रावण बध के उपरांत धू धू कर जलते रावण व मेघनाद के पुतले।