बंगाणा,जोगिंद्र देव आर्य:-केंद्र सरकार का सौतेला व्यवहार होने पर भी राज्य सरकार कर रही विकास के नए आयाम स्थापित,विवेक शर्मा,राष्ट्रीय महिला किसान दिवस के कार्यक्रम में बोले विधायक, कुटलैहड़ को बनाएंगे प्राकृतिक खेती का हब,कृषि विभाग बंगाणा के सौजन्य से हुआ एक दिवसीय कार्यक्रम, सैंकड़ों किसानों ने लिया भाग,उपमंडल बंगाणा में आत्मा प्रोजेक्ट द्वारा राष्ट्रीय महिला किसान दिवस के मौके कृषि विभाग के सौजन्य से “प्राकृतिक खेती कुशल किसान योजना” के तहत एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कुटलैहड़ के विधायक विवेक शर्मा ने बतौर मुख्या तिथि शिरकत की।
बही एस डी एम बंगाणा सोनू गोयल विशेष अतिथि के रूप में पहुंचे। कार्यक्रम में मुख्यातिथि विवेक शर्मा का विभागीय अधिकारियों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। विधायक विवेक शर्मा ने कहा कि आत्मा प्रोजेक्ट ओर प्राकृतिक खेती जैसी योजनाएं केंद्र सरकार की है। और वर्ड बैंक इन योजनाओं को फाइनेस करता है। लेकिन बीते दो वर्षों में जब से हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनी है। तब से इन योजनाओं के लिए कोई फंडिंग नहीं हो रही है। केंद्र सरकार राज्य सरकार से सौतेला व्यवहार कर रही है। विवेक शर्मा ने कहा कि किसान आय वृद्धि और उनके दीर्घकालिक कल्याण के लिए प्रदेश सरकार कृतसंकल्प है। यह प्रदेश की पहली सरकार बनी है जिसने किसानों की आय को दोगुना करने के लिए माननीय मुख्यमंत्री सुखबिंदर सिंह सुक्खू के सपने को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान’ योजना की धरातल पर शुरूआत की है। राज्य सरकार ने कृषि-बागवानी में रसायनों के प्रयोग को कम करने के लिए इस योजना के तहत प्राकृतिक खेती’ विधि को लागू किया है। विवेक शर्मा ने कहा कि वित्तीय प्रावधान के साथ शुरू की गई इस योजना ने किसान व बागवानों के व्यापक कल्याण एवं समृद्धि के लिए खेती की लागत को कम करने, आय को बढ़ाने, मानव एवं पर्यावरण पर रसायनिक खेती के पड़ने वाले दुष्प्रभावों से बचाने एवं पर्यावरण व बदलते जलवायु परिवेश के समरूप कृषि का मार्ग प्रशस्त किया है। शर्मा ने कहा कि ‘प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान’ योजना के सफल परिणाम देखने को मिल रहे हैं। और राज्य में किसानों की आय में बढ़ोतरी हो रही है। विवेक शर्मा ने कहा कि केंद्र से कोई सहयोग न मिलने पर भी राज्य के मुख्यमंत्री सुखबिंदर सिंह सुक्खू द्वारा राज्य में किसानोर बागवान को आर्थिक मजबूत करने के लिए इस योजना पर बल दिया है। ताकि राज्य में किसान आत्म निर्भर बन सके। विवेक शर्मा ने कहा कि उपमंडल बंगाणा विभागीय अधिकारी फील्ड में जाकर किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए जागरूक करें। ताकि कुटलैहड़ विस क्षेत्र प्राकृतिक खेती का हब बन सके। उन्होंने कहा कि राज्य के माननीय मुख्यमंत्री सुखबिंदर सिंह सुक्खू की दूरगामी सोच से 2032 तक हिमाचल प्रदेश पूरा आत्म निर्भर होकर देश में पहला राज्य बनेगा। जहा का हर किसान बागवान अपनी आर्थिकी मजबूत करके प्राकृतिक अपनाएगा।बही कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूहों ने प्रदर्शनी भी लगाई। जिसमें खुद बनाए गए प्रोडक्ट और आचार जैसी नई तकनीक की चीजें रखी गई थी। विधायक विवेक शर्मा ने अवलोकन करके स्वयं सहायता समूह को सम्मानित भी किया। इस मौके पर राज्य कांग्रेस सचिव देसराज मोदगिल, सुरेंद्र हटली, पूर्व बीडी सी अध्यक्षा मीना चौधरी, के सी शर्मा,थाना प्रभारी रोहित चौधरी, पंचायत समिति सदस्य जोगेंद्र देव आर्य, तहसीलदार अमित , खंड बिकास अधिकारी सुशील कुमार, जिला पार्षद सदस्य सत्या देवी, पूर्व प्रधान मोहिंद्र सिंह के अलावा सैंकड़ों किसानों ने भाग लिया।
कुटलैहड़ में स्वयं सहायता समूहों को ओर बनाया जाएगा मजबूत,विधायक विवेक शर्मा ने कहा कि उपमंडल बंगाणा में दो सौ के करीब स्वयं सहायता समूहों का गठन हुआ है। और कुछ चुनिंदा स्वयं सहायता समूह धरातल पर बेहतर कार्य भी कर रहे है। शर्मा ने कहा कि कुटलैहड़ के सभी स्वयं सहायता समूहों को ओर बेहतर ओर कामयाब करने के लिए महिलाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी। ताकि कुछ लोकल जैसे आचार, पत्तल ,गिलास, झाड़ू आदि जो समाज को जरूरत है। उन चीजों को बनाकर ओर ज्यादा आत्म
निर्भर बन सके। और हर गांव में हर परिवार की महिला को स्वयं सहायता समूह से जोड़कर उन्हें आत्म निर्भर बनाने का प्रयास किया जाएगा। राज्य सरकार ने मनरेगा में 65 रुपए दिहाड़ी बढ़ाकर मजदूरों को दिया सम्मान,विधायक विवेक शर्मा ने कहा कि राज्य के यशस्वी मुख्य मंत्री सुखबिंदर सिंह सुक्खू द्वारा मनरेगा मजदूरों को एक मुश्त 65 रुपए दिहाड़ी में बढ़ौतरी करके उनकी दिहाड़ी 300 रुपए करके उन्हे मान सम्मान दिया है। जब कि पूर्व भाजपा सरकार में पांच से दस रुपए दिहाड़ी बढ़ाई जाती रही है। विवेक शर्मा ने कहा कि मनरेगा योजना भी कांग्रेस सरकार की ही देन है। जो भाजपा नेता उस समय मनरेगा योजना का विरोध करते थे। आज बही भाजपा नेता मनरेगा में घर द्वार रोजगार देने की बातें कर रहे हैं। विवेक शर्मा ने कहा कि जब देश कोविड से ग्रस्त था। और संपूर्ण भारत बंद था। उस समय बड़े बड़े लोगों ने मनरेगा में घर द्वार रोजगार पाकर परिवार का पालन पोषण किया है। उस समय अगर मनरेगा योजना नहीं होती। तो कई परिवार भूखे प्यासे रहते। शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार का उद्वेश्य हर बेरोजगार को आत्मनिर्भर बनाकर उनकी आर्थिकी मजबूत करना है।