धर्मशाला,राकेश कुमार:-शिक्षण संस्थान ऊंची इमारतों से नहीं बल्कि वहां के शिक्षकों से जाने जाते हैं:चन्द्र कुमार,कृषि मंत्री ने डीएवी पब्लिक स्कूल चलवाड़ा के पारितोषिक वितरण समारोह में नवाजे बच्चे,कृषि व पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के तहत चलवाड़ा में डीएवी पब्लिक स्कूल के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। कृषि मंत्री ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने स्कूल को बनाने के लिए भूमि दान देने वाले स्वर्गीय लंबरदार साहिब सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया।
कृषि मंत्री ने कहा कि डीएवी संस्था राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान दे रही है।उन्होंने कहा कि डीएवी संस्था शिक्षा के क्षेत्र में पूरे देश में अग्रणी है और इस स्कूल से पढ़े बच्चे भी आज देश विदेश में ऊंचे पदों पर सेवाएं दे रहे हैं।
चन्द्र कुमार ने कहा कि शिक्षा का मतलब केवल किताबें पढ़ाना नहीं है बल्कि बच्चों के अंदर छिपी व्यक्तित्व,योग्यता व प्रतिभा को निखारना है।उन्होंने कहा कि कई स्कूलों में बच्चों की कम संख्या को देखते हुए उन्हें साथ के स्कूलों के साथ मर्ज किया जा रहा है ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई में कोई बाधा न आए। उन्होंने कहा कि बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल बनाये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कोई भी शिक्षण संस्थान ऊंची इमारतों से नहीं बल्कि वहां के शिक्षकों से जाना जाता है। इसलिए अध्यापकों को निरंतर अपने ज्ञान को अपडेट करने तथा समय के साथ अपनी शिक्षण विधि में भी प्रभावी बदलाव लाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार विद्यार्थियों का समग्र विकास सुनिश्चित करने के लिए शैक्षणिक संस्थानों में खेल गतिविधियों को बढ़ावा दे रही है ताकि बच्चे नशे से दूर रहें। पढ़ाई और खेल में व्यस्त रह कर ही बच्चे नशे से दूर रह सकते हैं।
इस अवसर पर कृषि मंत्री ने स्कूल के मैदान को पक्का करने के लिए 3 लाख रुपए की राशि देने की घोषणा की। इसके साथ स्कूल के रास्ते को भी पक्का करने के लिए धनराशि उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया। उन्होंने शैक्षणिक, सांस्कृतिक, खेलकूद और अन्य गतिविधियों में सराहनीय प्रदर्शन करने वाले मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरित किए। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले बच्चों के लिए भी अपनी ऐच्छिक निधि से ग्यारह हजार रुपए देने की घोषणा की।इससे पूर्व, डीएवी स्कूल के प्रधानाचार्य सुरेश कुमार ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और विद्यालय की गतिविधियों तथा उपलब्धियों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया।