शिमला:-हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू के नृत्य वाली सरकार ने बिलासपुर में 2 साल पूरे करने पर कार्यक्रम का आयोजन किया. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के निशाने पर रहे. मुकेश अग्निहोत्री ने जयराम ठाकुर पर जमकर हमला बोला. अब जयराम ठाकुर ने मुकेश अग्निहोत्री पर पलटवार किया है. उन्होंने नैतिकता के आधार पर मुकेश अग्निहोत्री से आज ही इस्तीफा देने की मांग की है. साथ ही कार्यक्रम के दौरान उनके भाषण को कुंठा से ग्रस्त बताया है. जयराम ठाकुर ने कहा कि उप मुख्यमंत्री संतुलन खो बैठे हैं और नंबरदार वाली बात उन पर ज्यादा फिट बैठती है. उन्होंने कहा “पूरा पिंड मूक जाएगा लेकिन उनकी बारी नहीं आएगी”VO – नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि उप मुख्यमंत्री संतुलन खो बैठे हैं. विपक्ष में रहते हुए भी वह रात में उठ-उठ कर वीडियो बयान जारी करते थे. जयराम ठाकुर ने कहा कि न तो उन्हें सब्र है, न संयम है और न शर्म. वह सत्ता में रहते हुए भी विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं. जयराम ठाकुर ने कहा कि नंबरदार वाली बात उन पर ज्यादा सटीक बैठती है. वह तो 5 वर्ष मुख्यमंत्री रह लिए हैं लेकिन सारा पिंड मूक जाएगा मगर उनकी बारी नहीं आएगी. उन्होंने कहा कि सारी नोटिफिकेशन सरकार की ओर से जारी की गई थी. जयराम ठाकुर ने कहा कि अगर उन में जरा भी नैतिकता बाकी है तो उन्हें आज ही इस्तीफा दे देना चाहिए. उनकी जानकारी के मुताबिक आज 12 दिसंबर है और HRTC पेंशनरों को आज पेंशन मिली है.
ऐसे में कल उन्होंने भाषण दिया था लिहाजा बैक डेट मानकर उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.बाइट – जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री नेता प्रतिपक्VO – वहीं बिलासपुर में आयोजित कांग्रेस सरकार के 2 साल के कार्यक्रम को लेकर जयराम ठाकुर ने सरकार पर हमला बोला. जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 2 साल के कार्यकाल का जनाजा बिलासपुर में निकला और पूरा प्रदेश इस पर हंस रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों को पेंशन नहीं मिल रही है और सोर्स कर्मचारी को 4 महीने से वेतन नहीं मिला है. लेकिन 25 करोड़ रुपए जश्न मनाने पर खर्च कर दिए गए. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के दौरान केवल राजनीतिक बयान बाजी होती रही और भूषण को लेकर भी नेताओं में होड़ नजर आई और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को इस पर बोलते नहीं दिया गया.बाइट – जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री नेता प्रतिपक्ष