बंगाणा (जोगिंद्र देव आर्य):-हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड और सी बी एस सी बोर्ड की पाठ्य पुस्तक एक समान कोई अंतर नहीं है। यह बात शिक्षा बोर्ड सचिव मेजर विशाल शर्मा ने निजी स्कूल संगठन की बैठक बंगाणा में कही। उन्होंने कहा कि हिमाचल शिक्षा बोर्ड सी बी एस सी बोर्ड से बेहतर करने जा रहे हैं।इस बैठक में निजी स्कूल की दिक्कतों को प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर जगजीत सिंह ने उठाया उनका समाधान करने का आश्वासन दिया।स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि बोर्ड से संबद्धता प्राप्त निजी स्कूलों की ओर से स्कूल शिक्षा बोर्ड के स्थान पर निजी प्रकाशकों की पाठ्यपुस्तकों व प्रायोगिक पुस्तकों को पढ़ाया जा रहा है।प्रदेश में हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड से संबद्धता प्राप्त निजी स्कूल बोर्ड की प्रायोगिक पुस्तकों को नहीं पढ़ा रहे हैं। इन स्कूलों की संबद्धता को शिक्षा बोर्ड रद्द करेगा। स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. मेजर विशाल शर्मा ने बताया कि औचक निरीक्षण करने पर ध्यान में आया है कि बोर्ड से संबद्धता प्राप्त निजी स्कूलों की ओर से स्कूल शिक्षा बोर्ड के स्थान पर निजी प्रकाशकों की पाठ्यपुस्तकों व प्रायोगिक पुस्तकों को पढ़ाया जा रहा है,
जिसका कार्यालय द्वारा कड़ा संज्ञान लिया गया है।उन्होंने कहा कि शैक्षणिक सत्र 2024-25 में आयोजित की जाने बाली प्रायोगिक परीक्षाओं में बोर्ड की ओर से मुद्रित करवाई गई प्रायोगिक पुस्तिकाओं के अनुसार ही परीक्षाएं होंगी। बोर्ड के सभी पुस्तक वितरण केंद्रों में पाठ्यपुस्तकें व प्रायोगिक पुस्तकें उपलब्ध हैं। बोर्ड की ओर से समय समय पर सभी संबद्धता प्राप्त निजी स्कूलों का औचक निरीक्षण भी किया जाएगा। यदि किसी स्कूल की ओर से बोर्ड की पुस्तकों व प्रायोगिक पुस्तकों को नहीं पढ़ाया जा रहा होगा तो नियम 16.3.8 (म) के अनुसार संबद्धता निरस्त की जाएगी, जिसका पूर्ण उत्तरदायित्व संबंधित स्कूल का होगा।इस बैठक में जिला ऊना अध्यक्ष लखनपाल शर्मा, हमीरपुर अध्यक्ष देव राज शर्मा,निजी स्कूल संगठन के महेश राणा,राकेश कुमार,आनंद बख्शी,योग राज भारद्वाज, वीरेंद्र कुमार, विजय भारद्वाज समेत अन्य उपस्थित रहे।