जम्मू,ब्यूरो रिपोर्ट:– अधिकारिक यात्रा से पूर्व उत्तर भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल मणिमहेश डल झील की ओर रूख करने वालों का भी पंजीकरण होगा। इसके लिए उपमंडलीय प्रशासन ने शुक्रवार से ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। लिहाजा अधिकारिक यात्रा से पहले मणिमहेश डल झील की ओर पंजीकृत यात्री ही रूख कर पाएंगें। यह पहला मौका है जब अधिकारिक यात्रा से पूर्व मणिमहेश जाने वाले यात्रियों के पंजीकरण की व्यवस्था की है। खबर की पुष्टि एसडीएम भरमौर कुलवीर सिंह राणा ने की है। बता दें कि उत्तर भारत की प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा इस वर्ष अधिकारिक तौर पर 26 अगस्त से आरंभ होगी और यह 11 सितंबर तक चलेगी। हांलांकि अधिकारिक यात्रा से पहले ही हजारों की संख्या में शिवभक्त मणिमहेश डल झील पहुंच कर आस्था की डुबकी लगा लेते हैं।
इस वर्ष भी मौजूदा समय में यात्रियों का डल झील की ओर रूख करने का दौर काफी समय पहले से आरंभ हो चुका है और बर्फ के बीच डल झील में भगवान भोले नाथ के दर पर हाजिरी लगाने वाले यात्रियों की विडियो पर भी सोशल मीडिया पर देखने को मिल चुकी हैं। लिहाजा इसके बाद प्रशासन की ओर से डल झील की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए पर्वतारोहण संस्थान भरमौर में पंजीकरण अनिवार्य किया है। लिहाजा अब उपमंडलीय प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए आन लाईन पंजीकरण भी शुक्रवार से आरंभ कर दिया है। अहम है कि पंजीकृत यात्री ही मणिमहेश की ओर रूख करें। इसके लिए प्रशासन ने हड़सर में पुलिस बलों की तैनाती भी करने जा रहा है।
श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण करवाना अनिवार्य
उधर, एसडीएम भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि श्री मणिमहेश यात्रा के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि मणिमहेश यात्रा की आधिकारिक तिथियों के दौरान पंजीकरण करना अनिवार्य रहेगा। साथ ही में उन्होंने बताया कि आधिकारिक तिथियों से पूर्व भी जो श्रद्धालु मणिमहेश के लिए जा रहे हैं, उन्हें पंजीकरण करवाना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि हड़सर में तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा पंजीकृत श्रद्धालुओं को ही यात्रा के लिए जाने की अनुमति होगी ताकि यात्रा के लिए गए श्रद्धालुओं की आपदा प्रबंधन की दृष्टिगत आधिकारिक जानकारी रहे।